सतना: ममेरे भाई के दैहिक शोषण से नाबालिग को ठहरा गर्भ, शादी से इंकार पर जहर खाकर की आत्महत्या

  • ममेरे भाई के दैहिक शोषण से नाबालिग को ठहरा गर्भ
  • शादी से इंकार पर जहर खाकर की आत्महत्या
  • पुलिस पर एफआईआर के बजाय मध्यस्थता करने का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-08 04:25 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। ताला थाना क्षेत्र के मुकुंदपुर में रिश्ते को शर्मशार करने की एक घटना के बाद पुलिस का गैरजिम्मेदाराना चेहरा सामने आया है, जिससे आहत होकर नाबालिग ने खुदकुशी कर ली। मामले के तूल पकडऩे के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक रीवा जिले के जवा थाना क्षेत्र की 17 वर्षीय नाबालिग का ननिहाल मैहर जिले के मुकुंदपुर इलाके में है, जहां आने-जाने के दौरान ममेरे भाई ने बहला-फुसलाकर शारीरिक संबंध बना लिए, जिससे नाबालिग गर्भवती हो गई। यह बात पता चलने पर उसने शादी की बात कही तो आरोपी टालमटोल करते हुए लगातार दैहिक शोषण करता रहा। जब गर्भ 8 माह का हो गया, तब पीडि़ता ने परिजनों को आपबीती सुनाई तो माता-पिता ने लोकलाज के डर से युवक और उसके घरवालों के साथ मुलाकात कर शादी का प्रस्ताव रखा, लेकिन आरोपी किसी भी कीमत पर राजी नहीं हो रहा था।

कार्रवाई की बजाय पुलिस ने दी समझौते की सलाह

अंतत: परेशान होकर पीडि़ता और उसके पिता ने 4 जुलाई को मुकुंदपुर चौकी पहुंचकर फरियाद की, मगर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को पकडऩे की बजाय, पुलिस समझौते की सलाह देने लगी। इतना ही नहीं युवक को बुलाकर दबाव बनाया तो वह नाबालिग से शादी करने को राजी हो गया, मगर थाने से लौटते ही मुकर गया और पिता-पुत्री को घर से भगा दिया।

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रीवा से लौटकर आरोपी के सामने निगला जहर

तब दोनों लोग गांव के लिए निकल गए, मगर रीवा पहुंचते ही नाबालिग बस से उतरकर फिर मुकुंदपुर आई और 4 जुलाई को आरोपी के घर के सामने जहर निगल लिया। उसे गंभीर हालत में रीवा ले जाया गया, जहां महिला थाना पुलिस ने 5 जुलाई को बयान दर्ज कर जीरो पर अपराध पंजीबद्ध कर ताला पुलिस को सूचित किया पर तब भी आरोपी को नहीं पकड़ा गया।

मौत के बाद जागी खाकी

6 जुलाई की रात को पीडि़ता ने अस्पताल में दम तोड़ दिया, जिसकी खबर मिलते ही ताला पुलिस के हाथ-पैर फूल गए और फौरन दबिश देकर 23 वर्षीय युवक को गिरफ्तार कर लिया, जिसे रविवार दोपहर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस बीच पुलिस की कार्यशैली से नाराज परिजनों के विरोध के चलते 7 जुलाई को मृतिका के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। इस मामले में अमरपाटन एसडीओपी एसके सिंह ने कहा कि नाबालिग के परिजन पहले रिपोर्ट करने के बजाय युवक को समझाइश देने में मदद मांग रहे थे। इस मामले में नए सिरे से उनके बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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