सतना: पति की मौत के बाद १७ घंटे तक शव के पास बिलखती रही पत्नी और मासूम बेटा

  • पति की मौत के बाद १७ घंटे तक शव के पास बिलखती रही पत्नी और मासूम बेटा
  • मामला जिला अस्पताल का, शव वाहन के लिए पत्नी के पास नहीं थे पैसे

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-29 04:38 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। जिला अस्पताल में भर्ती एक बुजुर्ग की मौत के बाद उसकी पत्नी और १३ वर्ष का बेटा लगभग १७ घंटे अस्पताल में ही शव के पास बैठकर रोते-विलखते रहे। परिवार की हालत इतनी खराब थी कि उनके पास शव वाहन की व्यवस्था तक करने के पैसे नहीं थे। और तो और बुजुर्ग की मौत के बाद परिवार के लोग भी जिला अस्पताल आने को तैयार नहीं थे। इसकी जानकारी जब सेवा संकल्प को लगी तो समाजसेवी मधू पारेख लाचार महिला के पास पहुंचे और शव प्रयागराज भेजने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करने लगे। इस बीच उन्होंने मृतक के परिवार से भी संपर्क किया। आखिरकार रविवार को दोपहर १२ बजे मृतक के परिवार के लोग जिला अस्पताल पहुंचे और शव प्रयागराज ले गए।

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ये है मामला

जानकारी के मुताबिक सोहावल निवासी शोभनाथ पाण्डेय (६०) को सांस फूलने की तकलीफ पर पत्नी लक्ष्मी ने २७ जनवरी को जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था। शनिवार को ही शाम ७ बजे शोभनाथ की मौत हो गई तो मृतक का शव पुराने ओपीडी हाल में दवा काउंटर के सामने रखवा दिया गया। वहां २७ जनवरी की रात से २८ जनवरी को दोपहर १२ बजे तक मृतक की पत्नी और १३ वर्ष का बेटा शव के पास बैठकर रोते रहे। बड़ी बात तो यह है कि इस बीच अस्पताल में किसी का ध्यान लाचार महिला और मासूम की ओर नहीं गया।

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