शिक्षा विभाग: कक्षा चौथी तक कक्षाएं सुबह 9 बजे शुरू करनेवाले स्कूलों को कारण बताओ नोटिस
- शालेय शिक्षण विभाग ने दी कार्रवाई की चेतावनी
- 9 बजे शुरू करनेवाले स्कूलों को कारण बताओ नोटिस
- वीडियो कॉन्फ्रेस में भी स्कूलों से चर्चा
डिजिटल डेस्क, पुणे. सुबह जल्दी स्कूल शुरू होने के कारण बच्चों को सुबह जल्दी उठना पड़ता है और स्कूल आना पड़ता है। ऐसे में बच्चों को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती और इसका असर उनके मानसिक और बौद्धिक विकास पर होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने नए शैक्षणिक सत्र से सभी माध्यम की चौथी की कक्षाएं सुबह 9 बजे के बाद शुरू करने के निर्देश शिक्षा विभाग को दिए थे। राज्यपाल के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों को चौथी तक की कक्षाएं सुबह नौ बजे के बाद शुरू करने के आदेश दिए गए थे। लेकिन देखा जा रहा है कि, अनेक स्कूल इस आदेश की अवहेलना कर रहें हैं। ऐसे स्कूलों की जानकारी हासिल कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं। साथ ही संतोष उत्तर न दिए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी शिक्षाधिकारी ने दी है।
- कुछ स्कूलों ने पालकों से चर्चा कर तय किया स्कूल का समय
नए शिक्षा सत्र 2024-25 से लागू किए गए इस निर्णय पर स्कूलों ने आपत्ति दर्ज करते हुए अनेक तकनीकी मुद्दों को रखा था। बच्चों को लाने- ले जानेवाले बस चालकों ने भी इस निर्णय का विरोध किया था। इसके बाद कुछ स्कूलों ने तो अपने समय में परिवर्तन कर लिया था, लेकिन कुछ स्कूलों ने पालकों से चर्चा कर स्कूल का समय तय किया था। कुछ स्कूलों ने निर्णय की अवहेलना करने की बात भी सामने आई है। ऐसे स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है।
- वीडियो कॉन्फ्रेस में भी स्कूलों से चर्चा
इन्हीं सभी मुद्दों पर शिक्षा विभाग द्वारा ली गई वीडिया कॉन्फ्रेस में प्राथमिक शिक्षा संचालक शरद गोसावी ने कहा कि, ‘राज्य के सभी संस्थाओं की सभी माध्यमों की चौथी तक की कक्षाएं 9 बजे के बाद ही शुरू करना बंधनकारक है। गोसावी ने यह भी कहा कि, जो स्कूल सुबह नौ बजे के पहले स्कूल शुरू करना चाहते हैं, उन्हें शिक्षाधिकारी से अनुमति लेनी चाहिए। लेकिन जिन स्कूलों ने शिक्षाधिकारी की अनुमति के बिना सुबह नौ बजे से पहले स्कूल शुरू किए हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं।