Pune News: गहने खरीदने के बहाने चोरी करने वाले बंटी-बबली गिरफ्तार, 9 मामले हुए उजागर
- ज्वेलरी शॉप में खरीदारी का नाटक करते थे
- चोरी करने वाले बंटी-बबली गिरफ्तार
Pune News : लष्कर पुलिस ने ज्वेलरी दुकानों में खरीदारी का दिखावा कर चोरी करने वाले 'बंटी-बबली' की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में इनसे जुड़े चोरी के कुल 9 मामले सामने आए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शेखर हेमराज वानी (32, मांजरी, हडपसर) और शिवानी दिलीप सालुंखे (24, केशव नगर, मुंढवा) के रूप में हुई है। अदालत ने दोनों को 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। 31 अक्टूबर को पुणे के कैम्प इलाके में एक ज्वेलरी दुकान में महिला और पुरुष एक साथ दाखिल हुए। उन्होंने खरीदारी करने का नाटक करते हुए, सेल्समैन का ध्यान भटकाकर सोने के गहनों की चोरी की। बिना कोई गहनें खरीदे, दोनों दुकान से बाहर निकल गए। कुछ समय बाद सेल्समैन को चोरी का पता चला, जब उन्होंने गहनों की गिनती की। सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर, महिला और पुरुष को 95 हजार रुपए के गहने चुराते हुए देखा गया।
लष्कर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिख रही बाइक की जानकारी जुटाई और आरोपियों के मार्ग का पता लगाते हुए मुंढवा के केशव नगर पहुंचे। पुलिस ने दो दिन तक महिला आरोपी के घर के सामने निगरानी रखी। दोनों आरोपियों को घर में मौजूद पाकर, पुलिस ने छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में शेखर और शिवानी ने चोरी की बात कबूल की। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने पुणे और पिंपरी-चिंचवड में दो-दो, मुंबई, ठाणे, सिंधुदुर्ग और सातारा जिलों में एक-एक चोरी की वारदात को अंजाम दिया है, कुल मिलाकर 9 मामलों में उनकी संलिप्तता पाई गई है।
ऐसे दिखाते थे हाथ की सफाई
ज्वेलरी की दुकानों में जाते समय यह जोड़ी खरीदारी का नाटक करती थी। वे सेल्समैन से छोटे आकार के सोने-चांदी के आभूषण दिखाने के लिए कहते थे। फिर, सेल्समैन का ध्यान भटकाते हुए, वे छोटे-छोटे गहनों को बड़ी चालाकी से अपनी जेब में रख लेते थे और भीड़ का फायदा उठाकर दुकान से निकल जाते थे। पुलिस जांच में यह पाया गया है कि पुणे, पिंपरी, मुंबई, ठाणे, सिंधुदुर्ग और सातारा जिलों में इसी तरकीब का इस्तेमाल कर इन्होंने कई चोरियों को अंजाम दिया है।
इन्होंने की कार्रवाई
यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त स्मार्तना पाटील, एसीपी दीपक निकम, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गिरीश कुमार दिघावकर, पुलिस निरीक्षक प्रदीप पवार और एपीआई विशाल दांडगे की अगुवाई में की गई। इसमें महेश कदम, संदीप उकिर्डे, सोमनाथ बनसोडे, रमेश चौधर, सचिन मांजरे, लोकेश कदम, हराळ, कोडिलकर, और अलका ब्राम्हणे ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।