मां की इच्छा: अपने जीते जी बेटे अजित पवार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहती हैं
- 86 वर्षीय मां आशा पवार अपने बेटे को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहती हैं
- मतदान के लिए पहुंची आशा पवार ने इच्छा जताई
डिजिटल डेस्क, पुणे. महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड बना चुके उपमुख्यमंत्री अजित पवार की 86 वर्षीय मां आशा पवार अपने बेटे को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहती हैं। रविवार को पंचायत चुनाव में अजित की धर्मपत्नी सुनेत्रा पवार के साथ मतदान के लिए पहुंची आशा पवार ने अपनी यह इच्छा जताई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने खराब स्वास्थ्य के कारण ग्राम पंचायत चुनाव में वोट डालने नहीं आ सके।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार की मां आशा पवार और उनकी पत्नी सुनीता पवार ग्राम पंचायत मतदान के लिए सुबह 7:30 बजे के बीच काटेवाडी के जिला परिषद स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र पर पहुंची थी। मतदान के बाद पत्रकारों से बातचीत में आशा पवार ने कहा कि पहले के काटेवाड़ी और अब के काटेवाड़ी में काफी बदलाव आ गया है। मेरी बहू ने गांव वालों की मदद से यह बदलाव लाया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं दिल से चाहती हूं कि मेरा बेटा मुख्यमंत्री बने। मैं अब 86 साल की हूं, इसलिए मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा मेरे रहते मुख्यमंत्री बने। लोग उससे प्यार करते हैं, लेकिन आगे क्या होगा कह नहीं सकते हैं।
बारामतीकर व काटेवाड़ी के लोगों को दादा बहुत पसंद हैं। देखते हैं आगे क्या होता है। गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार पिछले कुछ दिनों से बीमार हैं। पुणे जिले के बारामती तालुका का काटेवाड़ी गांव अजित का पुश्तैनी गांव हैं। ग्राम पंचायत की 16 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। काटेवाड़ी ग्राम पंचायत पर लंबे समय से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एकछत्र राज रहा है।