बड़ी कार्रवाई: धोखाधड़ी के आरोप में पूजा खेडकर पर सरकार का एक्शन, आईएएस के पद से बर्खास्त

धोखाधड़ी से ओबीसी और दिव्यांग कोटा का लाभ लेने का था आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-07 16:47 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्र सरकार ने पूजा खेडकर को तत्काल प्रभाव से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से बर्खास्त कर दिया है। एक महीना पहले ही संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने आईएएस से उनका चयन रद्द कर दिया था। सुश्री खेडकर को धोखाधड़ी और ओबीसी व दिव्यांगता श्रेणी का गलत तरीके से लाभ उठाने का दोषी पाया गया था। पूजा महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की आईएएस अधिकारी थी। यूपीएससी ने 31 जुलाई को खेडकर की प्रोविजनल उम्मीदवारी रद्द कर दी थी और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं में हिस्सा लेने से भी रोक दिया था। यूपीएससी ने खेडकर के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ जालसाजी के लिए आपराधिक मामला भी शुरू किया है। बता दें कि पूजा खेडकर पर यूपीएससी की परीक्षा में व्यक्तिगत जानकारी और दिव्यांगता को लेकर गलत तथ्य देने के आरोप हैं। इस मामले में पूजा खेडकर ने भी कुछ दिनों पहले दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। पूजा ने अपनी याचिका में दिल्ली हाईकोर्ट से सिविल सर्विसेज एग्जाम के उनके 12 एटेम्प्ट में से 7 अटेम्प्ट को नजरअंदाज करने की अपील की थी। खेडकर का दावा था कि उन्हें घुटने में दिक्कत है। लिहाजा उन्हें दिव्यांग श्रेणी में ही मौके मिलने चाहिए थे। उन्होंने यह भी दलील दी थी कि 47 प्रतिशत दिव्यांगता होने के बावजूद वह सामान्य श्रेणी से एग्जाम में बैठीं। सिविल सर्विसेज एग्जाम के लिए दिव्यांगता का बेंचमार्क 40 प्रतिशत है।

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीते 4 सितंबर को दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की थी, जिसमें कहा था कि पूजा खेडकर का दिव्यांगता प्रमाणपत्र फर्जी है। इस स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है कि जो प्रमाणपत्र 2022 और 2023 की सिविल सेवा परीक्षा के दौरान दिया गया था, वो फर्जी है। इस प्रमाणपत्र में पूजा ने अपना नाम भी बदला है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस फर्जी प्रमाणपत्र के महाराष्ट्र से बनाए जाने का दावा भी झूठा है।

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