पुणे: अपने ही गढ़ में उपमुख्यमंत्री अजित पवार को दिखाए गए काले झंडे, हिरासत में पांच कार्यकर्ता
- पुणे जिले के जुन्नर दौरे की घटना
- अजित पवार को दिखाए काले झंडे
- हिरासत में पांच कार्यकर्ता
डिजिटल डेस्क, पुणे। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को उनके ही गढ़ में मराठा आंदोलनकारियों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। उन्होंने शुक्रवार दोपहर जुन्नर तालुका दौरे के दौरान पवार ने आलेफाटा में चिल्हेवाड़ी बंद पाइप परियोजना के दूसरे चरण की आधारशिला रखी। इस बीच, भूमि पूजन पूरा करने के बाद जब उनका काफिला आलेफाटा में एक निजी कार्यक्रम के लिए रवाना हो रहा था, तब आलेफाटा चौक पर मराठा प्रदर्शनकारियों द्वारा अजित पवार को काले झंडे दिखाए गए। अचानक हुई इस घटना से पुलिस बल में हड़कंप मच गया। पुलिस ने उद्धव ठाकरे गुट के तालुका अध्यक्ष माऊली खंडागले, शरद पवार गुट के सूरज वाजगे और सुधीर घोलप, अनिल गावड़े, योगेश वाडेकर को हिरासत में लिया है।
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मराठा समुदाय के साथ 26 तारीख को मनोज जारांगे मुंबई पहुंच रहे हैं। आज उनका काफिला पुणे जिले के लोनावला से मुंबई की ओर रवाना हो गया। कल मुंबई सड़कों और गली कूचों में मराठा समुदाय की भीड़ होगी। मराठा योद्धा मनोज जरांगे पाटिल ने कहा है कि, हमें तो बस आरक्षण मिलना है, कहीं भी चलेगा। चाहे इसे लोनावला में दें, नवी मुंबई में दें या आजाद मैदान में दें, हमें कोई आपत्ति नहीं है। इस बीच उपमुख्यमंत्री अजीत पवार जुन्नर तालुका के दौरे पर आए। राज्य सरकार द्वारा मराठा आरक्षण के मुद्दे पर समय निकालने की भूमिका अपनाई जा रही है, यह आरोप मराठा आंदोलनकारियों द्वारा लगाया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर मराठा आंदोलनकारी अजीत पवार के सामने आने की संभावना पहले से जताई जा रही थी। इसके चलते पुलिस द्वारा भारी सुरक्षा तैनात की गई थी। हालांकि इसके बावजूद आलेफाटा चौक पर अजीत पवार को काले झंडे दिखाए गए। इस दौरान मराठों को आरक्षण मिलना चाहिए, अजीत पवार मुर्दाबाद, राज्य सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। पुलिस ने दौड़धूप करते हुए उपरोक्त पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इस घटना के चलते पिंपलवंडी में कार्यक्रम स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
इस बीच उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के हाथों जुन्नर तालुका के नारायणगांव में हस्ताई एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी के इंटीग्रेटेड कोल्ड पैक हाउस और कोल्ड स्टोरेज का उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही चिल्हेवाडी में बंद पाइपलाइन परियोजना के शेष चरण क्रमांक 1 एवं चरण क्रमांक 2 तथा जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत 22 गांवों को जल आपूर्ति करने वाली बेलहे क्षेत्रीय योजना क्रमांक 1 एवं 2 का भूमिपूजन किया गया। इस दौरान पवार ने अंगूर उत्पादकों को अपने माल के निर्यात में आने वाली समस्याओं का जल्द समाधान करने का भरोसा दिलाते हुए कहा, बांग्लादेश ने अंगूर आयात पर अतिरिक्त कर लगाया है। इससे अंगूर उत्पादक किसानों के लिए उस देश में अंगूर निर्यात करने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। उन समस्याओं के समाधान के लिए शासन स्तर पर प्रयास किये जायेंगे। केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के प्रश्नों का भी केंद्रीय गृह मंत्री और वाणिज्य मंत्री से चर्चा कर समाधान किया जाएगा।
केंद्र सरकार रेलवे, राष्ट्रीय राजमार्ग, विमानन, जल परिवहन के क्षेत्र में भारी निवेश कर रही है और उसके जरिए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा बंद कर दी गई कोल्ड स्टोरेज पर सब्सिडी का वितरण फिर से शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। सरकार किसानों को बिजली, पानी, बुनियादी ढांचा, बीज, मशीनरी आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जुन्नर तालुका में पर्यटन को बढ़ावा देने के भी प्रयास किये जायेंगे। इस अवसर पर सहकारिता मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, विधायक अतुल बेनके, पूर्व सांसद शिवाजीराव अधराव पाटिल, महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की अधीक्षण अभियंता वैशाली आवटे, कार्यकारी अभियंता पुरूषोत्तम भांडेकर, जल जीवन मिशन के उपविभागीय अभियंता इकलाक शेख, उपविभागीय अधिकारी गणेश शिंदे, तहसीलदार रवींद्र सबनीस, तालुका कृषि अधिकारी गणेश भोसले, गणेश वाघ, हस्ताई एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के महादेव वाघ उपस्थित थे।