खींचता: 24 दिसंबर के बाद दिखेगा महाराष्ट्र का मराठा क्या चीज है

  • जारांगे के सामने खड़े छगन भुजबल और जारांगे के बीच खींचतान चल रही
  • बयानबाजी करते हुए चुनौतियां

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-09 16:49 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे। ओबीसी आरक्षण में हिस्सा न लेने को लेकर मनोज जारांगे के सामने खड़े छगन भुजबल और जारांगे के बीच खींचतान चल रही है. एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हुए चुनौतियां दी जा रही हैं. इस बीच जारांगे ने अब सीधे तौर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को चेतावनी दे दी है. मराठा आरक्षण को लेकर दिया गया अल्टीमेटम 24 दिसंबर को खत्म हो जाएगा. सरकार ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. इस पर उन्होंने फड़णवीस को चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी के दबाव में मत आना, नहीं तो पछताओगे. जारांगे ने कहा, देखते हैं 24 दिसंबर तक सरकार क्या कर रही है? उसके बाद पता चलेगा कि महाराष्ट्र क्या है मराठा चीज क्या है।

अभी नागपुर में विधानसभा का सत्र चल रहा है. जारांगे ने विश्वास जताया कि मराठा आरक्षण का विधेयक इसी सत्र में पारित हो जाएगा. हमसे सरकार ने 24 दिसंबर तक का समय लिया है. इसके अंदर आपको आरक्षण होगा. किसी कानून को पारित करने के लिए समर्थन की आवश्यकता होती है। सरकारी अभिलेख प्राप्त हो गये हैं। आरक्षण नहीं मिला तो नहीं तो हम लड़ने को तैयार हैं. सरकार पर टिप्पणी करते हुए जारांगे ने कहा, थोड़ा सब्र करो, कितनी पलटी मार रहे हो, आरक्षण का विषय क्यों नहीं उठाते। हम आप पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। आपने क्या आश्वासन दिया था, आप क्या कर रहे हैं? आंदोलनकारियों पर दर्ज किये मामलों के बारे में क्या? गिरफ़्तारी के बारे में क्या? हम इस पर पूरा ध्यान दे रहे हैं.' फड़णवीस ने किसी एक के दबाव में आकर भले ही अपना बयान बदल दिया हो लेकिन 100 फीसदी अपनी मूल स्थिति पर कायम आ जायेंगे. अगर नहीं आये तो 24 दिसंबर के बाद क्या होगा इसका एहसास आपको हो जाएगा, ऐसा मनोज जरांगेनी ने फड़णवीस को अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है.


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