श्रीमद् भागवत कथा: हमें हर परिस्थिति में अपने मन को संतुलित व शांत रखना चाहिए: आचार्य सचिन शास्त्री
- पन्ना के प्रसिद्ध श्री जुगल किशोर जी मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत
- हमें हर परिस्थिति में अपने मन को संतुलित व शांत रखना चाहिए: आचार्य सचिन शास्त्री
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना के प्रसिद्ध श्री जुगल किशोर जी मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन जगतगुरू वेदांती महाराज के कृपा पात्र शिष्य आचार्य सचिन शास्त्री चित्रकूट धाम ने राजा परीक्षित शुकदेव संवाद में श्रोताओं को बताया कि विपत्तियों को ईश्वरीय विधान मानकर सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। इससे हमारा मनोबल बढेगा और हम कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति अर्जित कर सकेंगे। हमें हर परिस्थिति में अपने मन को संतुलित, शांत और स्थितर रखने प्रयास करना चाहिए। विपत्तियाँ साहस के साथ कर्मक्षेत्र में बढऩे के लिए चुनौती हैं इसलिए हम उनसे घबरायें नहीं।
बहुत से संकट संताप तो केवल काल्पनिक होते हैं। किसी भी कार्य को हाथ में लेने के पहले ही हम उसकी असफलता का चित्र अपने मन के सम्मुख उपस्थित कर लेते हैं और केवल विवश होकर उस कार्य को बेमन से किया करते हैं। ऐसी दशा में कार्य में सफलता कैसे प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि बिना संकटों के मनुष्य का जीवन निखर नहीं सकता और न उसमें त्याग, तितिक्षा एवं सहिष्णुता का ही विकास हो पाता है। अत: कठिनाइयों को चुनौती समझकर उनका हँसते-हँसते सामना करना सीखिए फिर आप देखेंगे कि ज्यों ही हम विपत्तियों का सामना करने के लिए कटिबद्ध होंगे त्यों ही विपत्तियाँ दुम दबाकर भाग खड़ी होंगी। इसी के साथ देवहुति जी की कथा एवं सती एवं शिव जी का मन मोहक प्रसंग सुनाया गया। सभी श्रोताओं को बताया गया कि कल कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बडे ही घूमधाम से मनाया जायेगा। उल्लेखनीय है श्री जुगल किशोर जी मंदिर में चल रही भागवत कथा का आयोजन शहर के प्रतिष्ठित आचार्य परिवार द्वारा कराया जा रहा है।