पन्ना: खाद्य विभाग ने दूग्ध विक्रेताओं से लिए दूध के सैम्पल
- राज्य शासन व जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में
- खाद्य विभाग ने दूग्ध विक्रेताओं से लिए दूध के सैम्पल
डिजिटल डेस्क, पन्ना। राज्य शासन व जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में खाद्य विभाग द्वारा लगातार खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर उनकी गुणवत्ता जांची जा रही है और अमानक स्तर की मिलने पर अर्थदण्ड लगाने की कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में दिनांक १५ मार्च २०२४ को नगर में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर दूध विक्रय करने वाले दूध विके्रेताओं को रोककर अपने साथ में लिए हुए दूध क सैम्पल लिया गया। इसके अलावा नगर की प्रमुख दुकानों जहां दूध व दूध से निर्मित उत्पात बनाये जाते हैं जिनमें मुरारी होटल से मावा, पनीर, बर्फी, बूंदी एवं मोतीचूर के लड्डू के नमूने लिए गए हैं। जिन्हें जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा जाएगा। वहीं एक विक्रेता के पास खाद्य लाइसेंस न होने के कारण उसके विरुद्ध पृथक से कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार राय व पन्ना कोतवाली टीआई रोहित मिश्रा, एएसआई सफीक मोहम्मद, प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र, आरक्षक रामगोपाल शुक्ला, अभिषेक सिंह सहित खाद्य विभाग के कर्मचारी शामिल रहे। निश्चित रूप से मानव स्वास्थ्य से खिलवाड कर अमानक स्तर की खाद्य सामग्री खिलानों वालों और मोटा मुनाफा कमाने वालों के विरूद्ध यह कार्यवाही प्रशंसनीय है। खाद्य सुरक्षा विभाग को शहर के विभिन्न स्थानों में लगने वाले हांथ ठेलों जाकर फास्ट फूड जिनमें मोमोस, पास्ता सहित अन्य सामग्री जिसे छोटे बच्चे बडे शौक से खाते हैं इनकी गुणवत्ता भी जांची जानी चाहिए क्योंकि यह फास्ट फूड व जंक फूड स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है और इन्हें बनाने वाले विक्रेताओं द्वारा प्रयोग किये जाने वाले चटनी, खाद्य सामग्री कहीं अमानक स्तर की तो नहीं हैं यह भी ध्यान देने योग्य बात है।