कागजात अपने नाम नहीं बना तो युवक ने लगा ली फांसी
कागजात अपने नाम नहीं बना तो युवक ने लगा ली फांसी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नगर से 9 किमी दूर जूनापानी निवासी अरुण प्रल्हाद घागरे (25) ने अपने घर में नायलॉन की रस्सी से फंदा बना कर आत्महत्या कर ली। घटना का कारण पिकअप की किस्त देने के बावजूद कागजात नाम पर नहीं बनना बताया जा रहा है। मृतक की मां ने देर रात कोंढाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
वाहन के कागजात नाम पर नहीं किया
प्राप्त जानकारी के अनुसार जूनापानी निवासी गुनवंत खवसी (35) का पिकअप वाहन क्रमांक एमएच-40, एन-3080 को जूनापानी के अरुण प्रल्हाद घागरे (25) ने 3 लाख 70 हजार रुपए में खरीदा था, जिसकी पहली किस्त 1 लाख 70 हजार, दूसरी किस्त 1 लाख 30 हजार और तीसरी किस्त 70 हजार रुपए दी गई। पिकअप की किस्त अदा होने के बाद भी पिकअप अरुण के नाम करने में गुनवंत खवसे टाल-मटोल कर रहा था। इस घटना को लेकर अरुण घागरे कई दिनों से तनाव में था। पिकअप के कागजात अरुण के नाम से करने की मांग अरुण की मां कमला तथा पिता प्रल्हाद घागरे ने गुनवंत खवसे से कई बार की थी, फिर भी गुनवंत खवसे वाहन के कागजात अरुण घागरे के नाम से नहीं किया।
सुबह से ही काफी तनाव में था अरुण
14 मार्च को अरुण काफी तनाव में था। उसने बताया कि गुनवंत खवसे पिकअप उसके नाम से नहीं कर रहा है। रकम भी पूरी दे दी है। यह कहकर सुबह पिकअप लेकर नागपुर गया और वापस आकर खेत में आने के बजाय घर पर ही रुक गया। अरुण के माता-पिता दोनों खेत से काम कर शाम को 6 बजे घर वापस आए, तो घर का दरवाजा बंद था। आवाज देने पर भी अरुण ने दरवाजा नहीं खोला। तब बगल की खिड़की से झांकने पर अरुण फांसी के फंदे पर लटका नजर आया। गांव वालों की मदद से दरवाजा तोड़कर खोला गया, तब तक अरुण की मृत्यु हो चुकी थी। घटना में अरुण घागरे की मृत्यु के लिए गुनवंता खवसे के नाम से मृतक की मां कमला प्रल्हाद घागरे (60) ने 14 मार्च की रात 10.45 बजे कोंढाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
शिकायत मिलते ही कोंढाली के थानेदार श्याम गव्हाने पुलिस दल के साथ जूनापानी पहुंच कर अरुण घागरे का घटनास्थल पर पंचनामा कर देर रात शव को विच्छेदन के लिए ग्रामीण चिकित्सालय काटोल भेज दिया। गुनवंता खवसे के खिलाफ भादंवि की धारा 306 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर घटना की जांच कोंढाली के थानेदार श्याम गव्हाने कर रहे हैं। अरुण ने खुदकुशी करने के पहले इसका कारण सुसाइड नोट में लिखा है। जिसे पुलिस ने बरामद किया है। समाचार लिखे जाने तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।