ईडी की हिरासत में यस बैंक का संस्थापक राणा कपूर

ईडी की हिरासत में यस बैंक का संस्थापक राणा कपूर

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-08 12:45 GMT
ईडी की हिरासत में यस बैंक का संस्थापक राणा कपूर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनी लांडरिंग के आरोप में गिरफ्तार यस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर को रविवार को मुंबई स्थित विशेष अदालत के सामने पेश किया गया जहां से उसे 11 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की (ईडी) हिरासत में भेज दिया गया है। करीब 30 घंटे लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने रविवार सुबह चार बजे कपूर को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने कपूर के वरली के समुद्र महल इमारत में स्थित घर की भी तलाशी ली है। तलाशी के दौरान ईडी को कई अहम दस्तावेज मिले हैं। 

आरोप है कि कपूर ने दीवान हाउसिंह फाईनांशियल कार्पोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) को यस बैंस से 4450 करोड़ रुपए का कर्ज दिलाने में मदद की थी। बदले में कपूर और उनकी दो बेटियों की फर्जी कंपनी डूइट अर्बन वेंचर को डीएचएफएल से 600 करोड़ रुपए मिले थे। ईडी के मुताबिक यस बैंक ने एचडीएफएल को 3750 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था जबकि उसी की स्वामित्व वाली आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स को भी 750 करोड़ रुपए दिए गए थे। लिए गए कर्ज की किश्त वापस करने में देरी होने के बावजूद यस बैंक ने कोई कार्रवाई नहीं की। ईडी को संदेह है कि डीएचएफएल ने कुल 13 हजार करोड़ रुपए की हेराफेरी की है। इसके लिए 79 कंपनियों का इस्तेमाल किया गया। कपूर और उसके दो बेटियों की फर्जी कपनी को दिए गए पैसे भी इसी का हिस्सा था। आरोप है कि यस बैंक ने नियमों की अनदेखी कर अनिल अंबानी ग्रुप, आईएलएफएस, सीडी पावर, एस्सार पावर, रेडियर्स डेवलपर्स जैसी कंपनियों को कर्ज दिए। यही नहीं तीन साल पहले 6355 करोड़ रुपए के कर्ज को बैड लोन श्रेणी में डाल दिया गया और उसकी वसूली की कोई कोशिश नहीं हुई। 

प्रियंका की पेंटिंग खरीदने पर सवाल

राणा कपूर की गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने इस घोटाले के तार गांधी परिवार और कांग्रेस से जोड़ दिए हैं। भाजपा आईटी सेल से प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा है कि हर आर्थिक अपराध के तार गांधी परिवार से जुड़े होते हैं। विजय माल्या सोनिया गांधी को फ्लाइट का अपग्रेड टिकट भेजते थे। मनमोहन सिंह और पी चिदंबरम तक उनकी पहुंची थी और अब फरार हैं। राहुल ने नीरव मोदी के ज्वेलरी कलेक्शन का उद्धाटन किया वे डिफाल्टर हो गए और राणा ने प्रियंका गांधी की तस्वीरें खरीदीं। दरअसर कपूर ने यूपीए सरकार के शासनकाल के दौरान कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी की पेंटिंग दो करोड़ रुपए में खरीदी थी। आयकर विभाग इस सौदे की जांच कर रहा है। वहीं कांग्रेस ने मामले में सफाई देते हुए कहा है कि इससे कोई संबंध साबित नहीं होता। खरीदार कौन है यह नहीं देखा जाता जो पैसे देता है खरीद लेता है।   
      

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