उत्तर नागपुर के इन इलाकों का कब होगा विकास? गुस्साए लोगों ने कहा - पालकमंत्री के घर में छोड़े जाएंगे सांप
उत्तर नागपुर के इन इलाकों का कब होगा विकास? गुस्साए लोगों ने कहा - पालकमंत्री के घर में छोड़े जाएंगे सांप
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उत्तर नागपुर के अनेक इलाकों में व्याप्त समस्याएं हल नहीं होने पर पालकमंत्री के घर सांप छोड़ने की चेतावनी दी गई। रिपब्लिकन सेना के प्रदेशाध्यक्ष सागर डबरासे के नेतृत्व में पालकमंत्री के एचओडी भुसारी और मनपा के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें कहा गया है कि दीपक नगर बस्ती 25 साल से बसी है। जहां अभी भी गटर लाइन, सीवर लाइन, पीने की पाइप लाइन और पक्के रास्ते नहीं हैं। लोगों ने नासुप्र में विकास शुल्क जमा किया है। फिर भी अनदेखी हो रही है। इस दौरान काशी नगर, मैत्री कॉलोनी, बाबा दीपसिंह नगर, राजगृहनगर, गुरुद्वारा चौक, शेंडे नगर, संजय गांधी नगर आदि बस्तियों में अव्यवस्था और समस्याओं का भी मुद्दा उपस्थित किया गया।
कैबिनेट बैठक में व्यापारियों को वांछित छूट दिलाने पूरी ताकत लगाएंगे : नितीन राऊत
वहीं राज्य सरकार द्वारा 2 अगस्त को जारी आदेश के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करने के लिए "सरकार जगाओ वाणिज्य बचाओ" संघर्ष समिति (एसजेवीबीएसएस) के संयोजक दीपेन अग्रवाल के नेतृत्व में सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों के सदस्य पालकमंत्री डॉ. नितीन राऊत के आवास पर एकत्रित हुए। दीपेन अग्रवाल ने कहा कि लगातार लॉकडाउन के कारण व्यापारियों, पर्यटन, शिक्षा से जुड़े क्षेत्रों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। डॉ. राऊत ने कहा कि वे शहर के नागरिकों और व्यापारिक समुदाय की भावनाओं को सरकार से साझा करते हैं और शहर में सभी आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के पक्षधर हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाली कैबिनेट बैठक में वे वांछित छूट प्राप्त करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएंगे।
संघर्ष समिति के सचिव तेजिंदर सिंह रेणु ने 3 अगस्त को जिला मजिस्ट्रेट अकोला द्वारा जारी आदेश की ओर पालकमंत्री का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें उन्होंने होटल, रेस्तरां और बार को रात 8 बजे तक संचालित करने की अनुमति दी है। जबकि नागपुर में पॉजिटिव दर कम होने के बावजूद यहां के आतिथ्य क्षेत्र को सप्ताह में शाम 4 बजे तक डाइनिंग-इन सेवाओं की पेशकश करने की अनुमति है। संघर्ष समिति के जसबीर (मिकी) अरोड़ा ने ऊर्जा मंत्री को सूचित किया कि अकोला के पालकमंत्री बच्चू कडू ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (कलेक्टर-अकोला) को रेस्तरां के संचालन के समय में ढील देने के लिए प्राधिकरण को मजबूर कर दिया। इसी तर्ज पर नितीन राऊत को भी कड़ा रुख अपनाने का आग्रह किया। एसोसिएशन ऑफ कोचिंग इंस्टिट्यूट्स के प्रो. समीर फले ने कहा कि कोचिंग कक्षाएं खुलने से छात्रों को तीसरी लहर से बचाने में मदद मिलेगी। इस अवसर पर राजीव जायसवाल, आशीष देशमुख, खुशवंत सिंह आनंद आदि उपस्थित थे।