पानी के लिए दर-दर भटक रहीं महिलाएं
आंदोलन की दी चेतावनी पानी के लिए दर-दर भटक रहीं महिलाएं
डिजिटल डेस्क, वर्धा। शहर से सटे एफसीआई के सामने 50 साल से रह रहे अनेक परिवारों को इस भीषण गर्मी में पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते झोपड़पट्टी परिसर के नागरिक समेत महिलाएं जल किल्लत से परेशान हो गई है। इस इलाके के हैंडपंप बंद पड़े हैं। यहां एक बड़ा कुआं है। जिस पर बिछाई गई जाली के कारण एक तरफ से ही लोग पानी भर सकते है। िजससे बहुत भीड़ रहती है। भीड़ के कारण पानी लेने के लिए बहुतही समस्याओं का सामना परिसर की महिलाओं को करना पड़ रहा है। इन समस्याओं निजाद दिलाने की मांग जनवादी महिला संगठन ने की है। ऐसा नहीं करने पर तीव्र आंदोलन किया जाएगा। ऐसी चेतावनी जनवादी महिला संगठन की कांताबाई प्रधान ने दी।
देवली-पुलगांव विस क्षेत्र में चितोडा ग्राम पंचायत में अंतर्गत बस्ती में पिछले 50 साल से अधिक समय से अनेक परिवारों का निवास है। उक्त परिवार के सदस्यो के नाम मतदाता सूची में रहने के कारण वह नियमित रूप से कर का भुगतान करते है। बिजली आपूर्ति, राशन कार्ड जैसे हर प्रकार के जरुरी दस्तावेज भी उनके पास है।
बावजूद नागरिकों को जलकिल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इसके संदर्भ में सौ से अधिक नागरिको के हस्ताक्षर किया हुआ निवेदन कांताबाई प्रधान ने जिलाधिकारी, जिप के सीईओ, बीडीओ वर्धा, क्षेत्र के सांसद और विधायक, आयुक्त, जिले के पालकमंत्री को 15 मार्च को निवेदन के माध्यम से हो रही समस्या के संदर्भ में सूचित किया था। उक्त प्रकरण में कार्रवाई के निर्देश कार्यकारी अभियंता,
ग्रामीण पानी आपूर्ति विभाग जिप, और उपविभागीय अभियंता को 1 अप्रैल 2022 को दिया। परंतु जिला परिषद की उदासीनता से अब तक दिए गए निर्देशों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।
इसलिए पानी की समस्या के संदर्भ में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने महिलाओं द्वारा उपोषण आंदोलन कर व पालकमंत्री द्वारा उक्त समस्या का निवारण करने तक घेराव किए जाने का निर्णय लिया है। इस दौरान जनप्रतिनिधि विधायक और सांसद द्वारा इन समस्याओं की ओर ध्यान देकर पानी की व्यवस्था की जाएगी ऐसी अपेक्षा से वेणूबाई शेलारे, कोमल मून, अनिता यादव, अनिता मंद्रेले, नीतू रायकर, उषाबाई पटोले, शारदा सहारे, नर्मदा गोंडाने, बेबी पोले, गंगाबाई बन्सोड ने निवेदन दिया।