अलग राज्य की मांग को लेकर तेज होगा प्रदर्शन, 1 मई को विदर्भ बंद
अलग राज्य की मांग को लेकर तेज होगा प्रदर्शन, 1 मई को विदर्भ बंद
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ राज्य की मांग को लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा। विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने 1 मई को विदर्भ बंद का आव्हान किया है। समिति का कहना है कि विदर्भ विकास महामंडल की आवश्यकता नहीं है। विकास के लिए विदर्भ राज्य आवश्यक है। रविवार को विधायक निवास में समिति की कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में विदर्भ के सभी जिले से पदाधिकारी शामिल हुए थे। बैठक में समिति की अगली रणनीति पर चर्चा भी की गई।
क्या है रणनीति
अलग विदर्भ राज्य व बिजली दर कम करने की मांग को लेकर विदर्भ मिशन 2023 एक्शन प्लान के पहले चरण में 1 मई महाराष्ट्र दिन का काला दिन के रुप में मनाया जाएगा। विदर्भ बंद रखा जाएगा। विद्यालय, महाविद्यालय, व्यापारी वर्ग से सहयोग लिया जाएगा। विदर्भ बंद का प्रचार किया जाएगा। विदर्भ में 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त करने व उससे अधिक यूनिट पर बिजली कम दर पर उपलब्ध कराने की मांग की जाएगी। कृषिपंप को बिजली, लोडशेडिंग के मामलों को लेकर भी सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। विदर्भ में 131 सिंचाई प्रकल्पों का काम 32 वर्षों से चल रहा है। लेकिन प्रकल्पों के लिए सरकार ने आवश्यक निधि नहीं दी है। विदर्भ में रोजगार की समस्या कायम है। इन मामलों पर आंदोलन के माध्यम से आवाज उठायी जाएगी। विदर्भ अनुशेष दूर करने के लिए राज्यपाल ने घोषणा की है। समिति ने वैधानिक विकास मंडल के बजाय विदर्भ राज्य की मांग की है।
ये थे उपस्थित
बैठक में वामनराव चटप, राम नेवले, श्रीनिवास खांदेवाले, रंजना मामर्डे, प्रबीरकुमार चक्रवर्ती, पुरुषोत्तम पाटील, देवीदास लांजेवार, सुनील वडस्कर, अरुण केदार, मुकेश मासुरकर, सुयोग निदलावार, कृष्ष्णा भोंगाडे, राजेंद्रसिंह ठाकुर, राजेंद्र आगरकर, वृषभ वानखेडे ने संबोधित किया। डॉ.जीएस ख्वाजा,भगवान झंझाल, गुलाबराव धांडे, सुदाम राठोड, तात्यासाहेब मते, मधुसूदन कोवे, विजया धोटे सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।