जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए  2 हजार बोरवेल की होगी मरम्मत

जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए  2 हजार बोरवेल की होगी मरम्मत

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-12 05:20 GMT
जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए  2 हजार बोरवेल की होगी मरम्मत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में संभावित जलसंकट से निपटने के लिए जिला परिषद की जल प्रबंधन समिति ने पुराने जलस्रोत पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार 10 वर्ष पुराने 2 हजार बोरवेल की मरम्मत (फ्लशिंग) की जाएगी। जिला परिषद सेस फंड से खर्च नहीं करते हुए सीएसआर फंड तथा सरकार से निधि का प्रयोजन करने का प्रस्ताव मंजूर किए जाने की जानकारी जिला परिषद अध्यक्ष रश्मी बर्वे ने दी।

 उल्लेखनीय है कि जल प्रबंधन समिति की बैठक में जलापूर्ति विभाग के कार्य तथा संभावित जलसंकट से निपटने के लिए होने वाले उपायों पर चर्चा की गई। जिले में अनेक बोरवेल बंद पड़े हैं। पुराने बोरवेल में गाद जमा हो जाने से पानी कम आ रहा है। एेसे बोरवेल के जलस्रोत पुनर्जीवित करने काे जिला परिषद की जल प्रबंधन समिति ने प्राथमिकता दी है। पिछले वर्ष कलमेश्वर तहसील में 50 बोरवेल का डब्ल्यूसीएल के सीएसआर फंड से फ्लशिंग किया गया। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने से उपाध्यक्ष मनोहर कुंभारे ने बोरवेल फ्लशिंग का प्रस्ताव रखा। कम खर्च में पुराने बोरवेल पुनर्जीवित करने की कुंभारे की सलाह का समिति के सदस्यों ने समर्थन किया। 2 हजार बोरवेल मरम्मत करने का प्रस्ताव पारित कर सरकार से फंड का प्रयोजन करने की मांग के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

Tags:    

Similar News