टीआरपी घोटाला : मुंबई पुलिस का दावा - रिपब्लिक टीवी की तरफ से हर महीने दिए गए 15 लाख
टीआरपी घोटाला : मुंबई पुलिस का दावा - रिपब्लिक टीवी की तरफ से हर महीने दिए गए 15 लाख
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पैसे देकर फर्जी तरीके से टीआरपी हासिल करने के मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस का दावा है कि आरोपियों को हवाला के जरिए पैसे पहुंचाए गए। पुलिस का यह भी दावा है कि रिपब्लिक टीवी की ओर से अभिषेक कोलवडे नाम के आरोपी को इस साल जनवरी के जुलाई तक हर महीने 15 लाख रुपए दिए गए। इसमें बड़ी रकम हवाला के जरिए पहुंचाई गई। पुलिस ने अभिषेक के घर तलाशी के दौरान 11 लाख 72 हजार रुपए नकद बरामद करने का भी दावा किया है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों अभिषेक कोलवडे और आशीष चौधरी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया इस दौरान अदालत में पेश की गई रिमांड कॉपी में दावा किया गया है कि अभिषेक ने खुद हवाला के जरिए मिली रकम की जानकारी दी और अपने घर से पैसे बरामद करने में पुलिस की मदद की। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि आशीष चौधरी नाम का आरोपी उस तक यह रकम पहुंचाता था। पुलिस के मुताबिक चौधरी जांच में सहयोग कर रहा है और वह मामले में सरकारी गवाह बनना चाहता है।
पुलिस ने अदालत से उसकी अर्जी स्वीकार करने की अपील ही है। इससे पहले पुलिस उमेश मिश्रा को भी सरकारी गवाह बना चुकी है। इन पैसों में चौधरी ने कुछ पैसे अपने पास रखे थे, जबकि कुछ रकम रामजी वर्मा, दिनेश विश्वकर्मा और उमेश मिश्रा नाम के उन आरोपियों को दी थी जिनके घर टीआरपी के लिए बैरोमीटर लगे हुए थे। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने रिपब्लिक के साथ वाउ चैनल, न्यूज नेशन चैनल से भी हवाला के जरिए पैसे लेने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने मामले में रिपब्लिक टीवी के चार निवेशकों को भी समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उनमें से कोई हाजिर नहीं हुआ। अब अपराध शाखा दोबारा समन भेजने की तैयारी कर रही है।