10 साल के भीतर टाइगर डबल होने और मैनेजमेंट पर मिली उपलब्धि
पेंच समेत सतपुड़ा को मिला कंजर्वेशन अवॉर्ड 10 साल के भीतर टाइगर डबल होने और मैनेजमेंट पर मिली उपलब्धि
डिजिटल डेस्क,सिवनी। मध्यप्रदेश के लिए खुशखबरी आई है। भारत के 54 टाइगर रिजर्व में से पेंच टाइगर रिजर्व और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को कंजर्वेशन अवार्ड मिला है। इसके अलावा महाराष्ट्र के पेंच टाइगर रिजर्व को भी यह अवार्ड मिला है।वाइल्ड लाइफ के लिए काम कर रही अलग-अलग 8 संस्थाओं ने यह अवार्ड दिया है। मंगलवार को अवार्ड की घोषणा की गई। पेंच मप्र और महाराष्ट्र को 10 साल में दोगुने से अधिक टाइगर वृद्धि पर tx2(टी ×टू)का अवार्ड मिला है जबकि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को बेहतर वन्य प्राणी संरक्षण और मैनेजमेंट पर बेस्ट कंजर्वेशन अवॉर्ड मिला है।
पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2002 में रसिया में वाइल्डलाइफ की अलग-अलग संस्थाओं ने मिलकर तय किया था कि 10 साल के भीतर जो भी टाइगर रिजर्व बेहतर काम करेगा उसे दो श्रेणियों में अवार्ड दिया जाएगा। टाइगर दोगुने करने पर tx2 का जबकि बेहतर मैनेजमेंट पर बेस्ट कंजर्वेशन अवॉर्ड दिए जाने का निर्णय लिया गया था। पेंच महाराष्ट्र में वर्ष 2008-09 में 9 टाइगर थे जबकि 2021 में 44 टाइगर पाए गए। इसी प्रकार पेंच मप्र में 2006 में 33 टाइगर थे, जबकि 2018 में 87 टाइगर पाए गए।
टाइगर की संख्या डबल होने पर दोनों टाइगर रिजर्व को टी×2 का अवार्ड मिला। जबकि बेहतर मैनेजमेंट, शिकार की गतिविधियों को रोकने औऱ कॉरिडोर को बनाने पर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को मैनेजमेंट में बेस्ट कंजर्वेशन अवार्ड दिया गया। सीए/टीएस, फाउना फ्लोरा इंटरनेशनल, ग्लोबल टाइगर फर्म, आईयूसीएन, पेंथेरा,यूएनडीपी,वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन सोसायटी और डब्ल्यू डब्ल्यू एफ संस्थाओं ने ये अवार्ड दिए हैं।