उमरिया के पाली में एसईसीएल की बंद खदान में चोरों ने एसआईएसएफ के दो जवानों से की मारपीट
बेखौफ कोयला माफिया उमरिया के पाली में एसईसीएल की बंद खदान में चोरों ने एसआईएसएफ के दो जवानों से की मारपीट
डिजिटल डेस्क,शहडोल। पाली थानान्तर्गत साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) की जोहिला एरिया में बंद कोयला खदान तीन नंबर अंडर ग्राउंड (यूजी) माइन में चोरी के इरादे से घुसे अज्ञात हथियार बंद चोरों ने स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (एसआईएसएफ) के दो जवान आरक्षक अंकित जाट व संजीव लोधी के साथ रविवार देरशाम मारपीट की। पाली पुलिस के अनुसार रात्रि करीब नौ बजे एसआईएसएफ के दो जवान रात्रिकालीन गश्त कर रहे थे। तभी स्टोर क्षेत्र में संजीव को भीतर मौजूद चोरों ने पकड़ लिया। चार आरोपी उसे दबोचकर धमकी देते हुए अंधेरे में ले गए। हाथ बांधकर मुंह में कपड़ा ठूस कर बंधक बनाकर मोबाइल छीन लिया। काफी देर तक गश्त कर रहे साथी की आहट दूसरे जवान अंकित जाट को नहीं मिली तो वे ढूंढ़ते हुए बदमाशो की तरफ पहुंचे। साथी को आवाज दी तो चोरों ने उनके साथ भी मारपीट की।
कुल्हाड़ी से सिर में हमला किया। पैर व हाथ में हथियार से वार कर जान से मारने की धमकी देते हुए सिर पर हमला किया। इससे दोनों जवान बेहोश हो गए। कुछ देर बाद होश आया तो चोर भाग गए थे। किसी तरह जवान बचकर निकले और साथियों को सूचना के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों का प्रारंभिक उपचार करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. वीके जैन ने बताया कि गंभीर रूप से जख्मी जवान के सिर से खून लगातार बह रहा था। दाएं जांघ व हाथ में धारदार हथियार से चोट थी। दूसरे आरक्षक को पैर में चोट आई थी। एक गंभीर को पाली से शहडोल अस्पताल के लिए रैफर किया गया है। एसपी प्रमोद कुमार सिन्हा के अनुसार पाली में बंद कोयला खदान में सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की शिकायत पर गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है। बदमाशों की गिरफ्तारी की सूचना पर 10 हजार रुपए का ईनाम भी रखा गया है।
कई बार सूचना के बाद भी पुलिस ने नहीं लिया एक्शन
मीडिया को जारी बयान में सुरक्षाकर्मी ने सुरक्षा एजेंसी व पुलिस के ऊपर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। जवान ने बताया उन्होंने कई बार कालरी में कबाड़ चोरी की सूचना ऊपर अफसरों को दी। पुलिस भी इन्हे जानती है। फिर भी उन्हें मरने के लिए ड्यूटी के नाम पर इस तरह जान जोखिम में डालने के लिए छोड़ दिया गया है। यह सब कारोबार पहले से संचालित है। संदेह जताया गया है कि चोर किसी के कहने पर यहां पहुंचे थे। इतने बड़े दल होने के पीछे कारोबार में सांठगांठ से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
संभाग में अनूपपुर जिले के बिजुरी से लेकर उमरिया तक फैला कोयला-कबाड़ माफिया का नेटवर्क
कोयला-कबाड़ माफिया का नेटवर्क संभाग में अनूपपुर जिले के बिजुरी, कोतमा, भालूमाड़ा से लेकर शहडोल जिले में बुढ़ार, अमलाई, धनपुरी थानाक्षेत्र सहित उमरिया जिले के पाली व नौरोजाबाद थानाक्षेत्र सहित उमरिया में फैला है। यहां प्रतिदिन बड़ी मात्रा में कोयले का अवैध खनन कर पड़ोसी जिलों में सप्लाई किया जा रहा है।
सीधी बात- डीसी सागर एडीजीपी शहडोल
सवाल: पाली की घटना हो या फिर बिजुरी, कोतमा से लेकर बुढ़ार, अमलाई। कोयला माफिया के हौसले लगातार बढ़ रहे हैं?
जवाब: ऐसा नहीं है। पुलिस अपना काम कर रही है। एसआईएसएफ के जवान चोरों को रोकने में ही घायल हुए हैं। माफिया के हौसले बुलंद नहीं है। वक्त की बात है। हमारे जवान मेहनत कर रहे हैं। अतातायी पकड़े जाएंगे।
सवाल: धनपुरी में सात युवकों की मौत के बाद इस पूरे मामले को जड़ से खत्म करने एसपी ने एसआईटी गठित कर सात दिन में रिपोर्ट मांगी पर 19 दिन में रिपोर्ट नहीं मिली?
जवाब: धनपुरी की घटना दुखद है। एसटीएफ अपनी मर्जी से थोड़ी रिपोर्ट देगी। इस मामले से जुड़े एसईसीएल के फोर्स व इंजीनियर से बात होगी। लीज खत्म हुई है तो क्या शर्ते हैं। विचार विमर्श चल रहा सकारात्मक परिणाम आएंगे।
- हम अपनी ड्यूटी अच्छी तरह से करेंगे ये सब सोच लें। हर जवान सोच लें। एसईसीएल के जवान, हमारी फोर्स। हमपे भी लागू होता है। सभी निष्ठापूर्वक और ईमानदारी से काम करें तो शांति बहाल रहेगी।