माँ के जयकारों से गूँज उठे देवालय, भक्तों की लगी कतार
पहले दिन शैलपुत्री स्वरूप माँ का हुआ पूजन, हुए विविध अनुष्ठान माँ के जयकारों से गूँज उठे देवालय, भक्तों की लगी कतार
डिजिटल डेस्क जबलपुर। चैत्र प्रतिपदा से नवरात्र का प्रारंभ हुआ, पहले दिन माँ के शैलपुत्री स्वरूप का पूजन किया गया। इस दौरान मंदिरों में विविध अनुष्ठान संपन्न हुए। घट स्थापना के साथ जवारे बोए गए। सुबह से ही माँ को जल चढ़ाने देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। दिनभर पूजन-अर्चन का सिलसिला चलता रहा। घरों में भी पूजन-अर्चन के साथ श्रद्धालुओं ने बैठकी पर उपवास रखा। मंदिरों में माता रानी के जयकारे दिन भर गूँजते रहे। देर रात तक धार्मिक आयोजन चलते रहे। मंदिरों में माँ का विशेष शृंगार कर पूजन-अर्चन किया गया। बड़ी खेरमाई मंदिर, बगलामुखी मंदिर, छोटी खेरमाई मंदिर, बूढ़ी खेरमाई मंदिर, शीतलामाई मंदिर, त्रिपुर सुंंदरी मंदिर सहित सभी मंदिरों में पूजन-अर्चन किया गया। आज गुरुवार को दूसरे दिन माँ के ब्रह्मचारिणी स्वरूप का पूजन होगा।
मंदिर में हुए अनुष्ठान
डॉ. राधाकृष्णन वार्ड फकीर चंद्र अखाड़े के सामने स्थित प्राचीन ? श्री लोधेश्वर महादेव माँ खेरमाई शक्ति मठ में माँ शैलपुत्री का पूूजन-अर्चन किया गया। इस दौरान स्वयं सिद्ध बंजारी माता का भी पूजन किया गया। इस अवसर पर नित्या सिंह लोधी, गौरी सोनी, मैत्री लोधी, कीर्ति सिंह लोधी, स्नेहा लोधी आदि उपस्थित रहीं।
मक्रवाहिनी मंदिर में जवारे स्थापित
कमानिया गेट स्थित मक्रवाहिनी मंदिर में माता की ध्वजा शोभायात्रा के रूप में निकाली गई। इस दौरान माँ के जयकारे गूँजते रहे। शाम को पप्पू पंडा द्वारा जवारों की स्थापना की गई। मंदिर में माँ का विशेष शृंगार कर आरती पूजन किया गया। मंदिर में नौ दिन तक विविध धार्मिक आयोजन होंगे। समिति के राजकुमार नामदेव ने उपस्थिति का आग्रह किया है।
भक्तों को बाँधा रक्षा सूत्र
बड़ी खेरमाई मंदिर में माँ का शैलपुत्री स्वरूप का शृंगार कर पूजन-अर्चन और महाआरती की गई। पुजारी रमाकांत शास्त्री ने बताया िक मंदिर पहुँचने वाले श्रद्धालुओं को अभिमंत्रित रक्षा सूत्र बाँधा गया। सुबह से मंदिर में पूजन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे।