Mumbai News: मुंबई में बदल गई राजनीतिक तस्वीर, नतीजों का मनपा चुनाव पर पड़ेगा बड़ा असर
- अब विधानसभा चुनाव में मुंबई में महायुति को प्रचंड जीत मिली
- जीत से महायुति के नेता के हौंसले बुलंद हैं
- शिवसेना उद्धव 10 सीटों पर और कांग्रेस को 03 सीटों पर जीत मिली
Mumbai News : लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी से पराजित होने के बाद अब विधानसभा चुनाव में मुंबई में महायुति को प्रचंड जीत मिली है। इस जीत से महायुति के नेता के हौंसले बुलंद हैं। इसका सीधा असर आगामी होने वाले महानगरपालिका चुनाव पर पड़ेगा। मुंबई की 36 विधानसभा सीटों में से महायुति को 21 सीटों पर जीत हासिल हुई है। वहीं शिवसेना उद्धव 10 सीटों पर और कांग्रेस को 03 सीटों पर जीत मिली है। समाजवादी पार्टी एक सीट जीतने में कामयाब रही। शिवसेना विभाजन के बाद उद्धव गुट ने दूसरी पीढ़ी के 8 पूर्व नगरसेवकों को टिकट दिया था जिसमें से 3 नगरसेवक विधायक बनने में कामयाब रहे। वहीं मनसे ने दो नगरसेवकों को टिकट दिया और राकांपा शरद ने एक नगरसेवका को टिकट दिया था। शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की पूर्व महापौर और पूर्व नगरसेविका श्रद्धा जाधव, समीर देसाई, मनोज जामसुतकर, प्रवीणा मोरजाकर, पूर्व सुधार समिति अध्यक्ष अनंत (बाला) नर, हारुन खान, संदीप नाइक, संजय भालेराव को दिया गया है। मनसे ने पूर्व नगरसेवक और मनपा में गुट नेता रहे संदीप देशपांडे, स्नेहल सुधीर जाधव को चुनाव में टिकट दिया था। राकांपा शरद ने पूर्व नगरसेविका और मनपा में ग्रुप लीडर राखी जाधव को मौका दिया था।
शिवसेना शिंदे ने पूर्व उपनगर विक्रोली से पूर्व नगरसेवका सुवर्णा करंजे, सुरेश पाटिल (बुलेट पाटिल), और मुरजी पटेल (शिवसेना शिंदे गुट से) चुनाव में उतरा था। भाजपा के नाना अंबुले बागी होकर शिवड़ी से चुनाव लड़े थे। मुंबई महानगरपालिका की 227 सीटें हैं। वर्ष 2017 में हुए चुनाव में शिवसेना 97, भाजपा 83, कांग्रेस 29, रांकांपा 08 , समाजवादी पार्टी 06 , मनसे 01, एमआईएम 02 और निर्दलीय 01 नगरसेवक चुने गए थे। शिवसेना में फूट पड़ने के बाद 49 नगरसेवक शिवसेना शिंदे के पास चले गए। इससे शिवसेना उद्धव कमजोर हुआ था।
बीएमसी का चुनाव 2022 में कराया जाना था। लेकिन ओबीसी रिजर्वेशन को लेकर कोर्ट में मामला लट गया है। महाविकास आघाडी और महायुति सरकार दोनों मनपा का चुनाव टालती रही हैं। अब राज्य में एक बार फिर स्थायी सरकार बनने के बाद फरवरी में मनपा चुनाव कराया जा सकता है।
मुंबई ने दी उद्धव ठाकरे को थोड़ी राहत
मुंबई में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी भले ही बन गई है लेकिन शिवसेना उद्धव ने भी दिखाया कि मुंबई में अभी उसका दमखम बरकरार है। भाजपा मुंबई पिछली बार 16 सीट जीती थी। इस बार उसे 15 सीटों पर जीत मिली है। वहीं शिवसेना के पास मुंबई में 14 विधायक थे। विभाजित होने के बाद उसके पास 8 विधायक बचे थे। इस चुनाव में वह 10 सीट जीतने में कामयाब रहे। इससे पता चलता है कि शिवसेना उद्धव अब भी मुंबई में दमखम रखता है। वहीं पिछले चुनाव में कांग्रेस को मुंबई में 04 सीट मिली थी इस बार उसे 03 सीट ही मिली है।
- शनिवार को विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मुंबई कांग्रेस कार्यालय पर सन्नाटा छाया रहा। इसका लाभ उठाते हुए बच्चे यहां वाॅलीबाॅल खेलते नजर आए।
- ऐसा ही सन्नाटा शिवसेना (उद्धव) के मुख्यालय सेनाभवन में भी छाया रहा।
- विधानसभा चुनाव में मिली भारी जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ता व नेताओं ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में जश्न मनाया। जीत की खुशी में पूर्व सांसद किरिट सोमैया ने फुगड़ी खेली।
- इन विधायकों ने बनाई जीत की हैट्रिक
भाजपा की मनीषा चौधरी, अतुल भातखलकर, अमित साटम, विद्या ठाकुर, योगेश सागर, पराग अलवणी, आशीष शेलार, राम कदम, तमिल सेल्वन हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। पराग शाह, मिहिर कोटेचा दूसरी बार जीत कर सदन में पहुंचे हैं। जबकि मंगलप्रभात लोढा सातवीं बार और कालीदास कोलंबकर नौवीं बार विधानसभा सदन में पहुंचे हैं। शिवसेना शिंदे के प्रकाश सुर्वे, मंगेश कुडालकर , शिवसेना उद्धव के सुनील प्रभु, सुनील राऊत, संजय पोतनीस, अजय चौधरी, कांग्रेस के अमीन पटेल, जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे है जबकि कांग्रेस के असलम शेख व सपा के अबू आसिम आजमी चौथी बार विधायक बने हैं।