अहंकारी न तो परमेश्वर तक पहुंच सकता है न उसे गुरु का आश्रय प्राप्त होता है - देवकीनंदन
अहंकारी न तो परमेश्वर तक पहुंच सकता है न उसे गुरु का आश्रय प्राप्त होता है - देवकीनंदन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जीवन की नैया यदि पार लगानी हो, तो गुरु की शरण में जाओ। सच्चे गुरु ही आपको ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग दिखा सकते हैं, परंतु गुरु के पास जाने से पूर्व अपना गुरूर छोड़ कर जाओ। जिस मन में अहंकार व गुरूर हो वह न तो परमेश्वर तक पहुंच सकता है और न ही उसे गुरु का आश्रय प्राप्त होता है। यह उद्गार विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट व विश्व शांति सेवा समिति नागपुर की ओर से 8 जनवरी तक रेशमबाग मैदान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान पं. देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज व्यक्त किए।
कथा के अंतिम ठाकुरजी महाराज ने श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की सुंदर कथा सुनाई। ‘मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे...’ भजन गाकर सबको श्रीकृष्ण की भक्ति से सराबोर कर दिया। कथा के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया जिसका बड़ी संख्या में भक्तों ने लाभ उठाया। व्यासपीठ का पूजन यजमान वामन हारोडे परिवार, अध्यक्ष शकुंतला अग्रवाल, मृणाल इलमकर, निर्मला गोयनका, रत्ना जेजानी, सुमेधा चैधरी, शीतल अग्रवाल, वैभव जाउलकर, डा. संजय लहाणे, संध्या खोपड़े, कैलाश पांडे, राजेश भुते, अशोक गोयल, रामानंद अग्रवाल, विष्णु पचेरीवाला, गोपाल अग्रवाल, कैलाश जोगानी आदि ने किया।
दिल की बात सांवरे के साथ’ 12 जनवरी को
श्याम बाबा के भजनों के कार्यक्रम ‘दिल की बात सांवरे के साथ’ का आयोजन 12 जनवरी को हरियाणा भवन, वर्धमाननगर में किया गया है। बाबा का भव्य दरबार कोलकाता से आए कारागिर बनाएंगे। बाबा के दरबार में इत्रों की खुशबू, छप्पन भोग और बाबा का अलौकिक श्रृंगार देखने को मिलेगा। 12 घंटे तक चलने वाले विशाल कीर्तन में जयपुर से उमा लहरी, कोलकाता से लव अग्रवाल और विवेक शर्मा (जीतू), नागपुर से श्याम- शुभम, रोहित मिश्रा तथा स्मिता गनुवाला बाबा को सुमधुर भजनों से रिझाएंगे। कीर्तन के दौरान भक्तों के लिए दिनभर प्रसादी की व्यवस्था की गई है। शहरों से आने वाले भक्तों के ठहरने व प्रसादी की व्यवस्था हरियाणा भवन, वर्धमान नगर में की गई है।