बोर्ड परीक्षाओं के बीच शिक्षणोत्सव, अधिकारियों की बढ़ी मुश्किलें

बोर्ड परीक्षाओं के बीच शिक्षणोत्सव, अधिकारियों की बढ़ी मुश्किलें

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-11 06:32 GMT
बोर्ड परीक्षाओं के बीच शिक्षणोत्सव, अधिकारियों की बढ़ी मुश्किलें

डिजिटल  डेस्क,  नागपुर।  प्रदेश में जारी 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के बीच राज्य शिक्षा विभाग के एक फरमान ने स्थानीय अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शिक्षा विभाग ने नागपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षणोत्सव मनाने के आदेश जारी किए हैं। विभाग ने बीते 2 मार्च को यह आदेश जारी किया था। इसके अनुसार तहसील स्तर पर 16 मार्च और जिला स्तर पर 20 मार्च तक यह आयोजन पूरा करना है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रत्येक तहसील के लिए 50 हजार और जिला स्तर के लिए 3 लाख रुपए की निधि जारी की है, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर यह योजन कैसे करें, इस पर स्थानीय अधिकारियों के माथे पर बल पड़ गया है। शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार प्रत्येक तहसील में एक दिवसीय और जिला स्तर पर दो दिवसीय कार्यक्रम लिए जाने हैं। इसमें शिक्षा से जुड़े 10 विविध विषयों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। तहसील स्तर पर 25 से 30 स्टाल लगाए जाने हैं, तो वहीं जिला स्तर पर 50 स्टॉल रखने हैं। 

यहां व्यस्त हैं शिक्षक-विद्यार्थी 
दरअसल, राज्य में बोर्ड परीक्षाएं जारी हैं। नागपुर विभाग की स्थिति देखें, तो इस साल 12वीं की बोर्ड परीक्षा में नागपुर विभाग से कुल 1 लाख 68 हजार 508 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। परीक्षा के कुल 475 केंद्र बनाए गए हैं।

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इसी तरह 10वीं की परीक्षा के लिए इस वर्ष नागपुर विभाग से बोर्ड परीक्षा में कुल 1 लाख 87 हजार 797 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। परीक्षा के कुल 692 केंद्र बनाए गए हैं। सर्वाधिक विद्यार्थी संख्या नागपुर जिले में है। यहां 68 हजार 607 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है और परीक्षा के 230 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में विविध स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। एक ओर जहां 12वीं की परीक्षाएं 18 मार्च तक चलेगी, वहीं 10वीं कक्षा की परीक्षाएं 23 मार्च तक चलेगी।  

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