छात्रों की बॉयोमैट्रीक हाजिरी न लगाने वाले कॉलेजों की मान्यता होगी रद्द
छात्रों की बॉयोमैट्रीक हाजिरी न लगाने वाले कॉलेजों की मान्यता होगी रद्द
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य सरकार ने जूनियर कॉलेजों के विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी लागू करने का फैसला किया है। सरकार ने स्पष्ट कहा है कि जो जूनियर कॉलेज बायोमेट्रिक हाजिरी शुरू नहीं करेंगे। उनकी मान्यता रद्द कर सरकार उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। इसी शैक्षणिक वर्ष 2018-19 से शुरू होने वाली इस योजना को पहले चरण में नागपुर, औरंगाबाद, नाशिक, पुणे और मुंबई इन पांच विभागों में लागू किया जाएगा। शुक्रवार को सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया। सरकार ने इसको तत्काल प्रभाव से लागू करने को कहा है।
पहले चरण में नागपुर, औरंगाबाद, नाशिक, पुणे व मुंबई विभाग में लागू
इससे जूनियर कॉलेजों के विज्ञान संकाय में दाखिला लेकर पढ़ाई के लिए कक्षा में उपस्थित रहने के बजाय इंटीग्रेटेड कोचिंग क्लासेस में जाने वाले विद्यार्थी पर नकेल कसी जा सकेगी। अब विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित रहना ही होगा। राज्य के सभी निजी अनुदानित, बिना अनुदानित, अंशतः अनुदानित, स्व -वित्तपोषित जूनियर कॉलेजों के लिए यह योजना लागू होगी। जूनियर कॉलेजों को बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए जरूरी यंत्र सामग्री की व्यवस्था एक महीने के भीतर खुद करनी पड़ेगी।
प्रदेश के संबंधित शिक्षणाधिकारी (माध्यमिक) और शिक्षा निरीक्षक को जूनियर कॉलेजों में जाकर इस बात की जांच करेंगी कि बायोमेट्रिक पद्धति से हाजिरी हो रही अथवा नहीं, इस बारे में सरकार के पास रिपोर्ट भेजना पड़ेगा। सरकार ने संबंधित अधिकारियों को बायोमेट्रिक हाजिरी से जुड़ी जांच के लिए जूनियर कॉलेजों में समय-समय पर औचक निरीक्षण करने को कहा है।