जाति प्रमाणपत्र और नॉन क्रिमिलेयर प्रमाणपत्र के अटके काम
वर्धा जाति प्रमाणपत्र और नॉन क्रिमिलेयर प्रमाणपत्र के अटके काम
डिजिटल डेस्क, वर्धा। जिलाधिकारी कार्यालय के सामने राजस्व कर्मचारी संगठन की वर्धा ईकाई द्वारा सोमवार 4 अप्रैल से लंबित पदोन्नत्ति और पदभरती की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी आंदोलन शुरू किया गया है। जिसके चलते गुरुवार 7 अप्रैल को राजस्व कर्मियों द्वारा की जा रही हड़ताल का चौथा दिन था। राजस्व कर्मियों की हड़ताल के चलते जिले के आठों तहसील कार्यालय में रोजाना बनने वाले जाति प्रमाणपत्र और नॉन क्रिमिलेयर जैसे विविध प्रमाणपत्र के कार्य प्रभावित हो गए हैं। जिसके चलते शासन के नुकसान के साथ विद्यार्थी वर्ग और सामान्य जनता को परेशानी हो रही है।
बावजूद इसके शासन की ओर से हड़ताल खत्म करने को लेकर किसी प्रकार का हल अब तक नहीं निकाला गया है। बता दे कि राजस्व कर्मचारियों द्वारा की जा रही राज्यव्यापी आंदोलन के तीसरे दिन पदोन्नत नायब तहसीलदार और चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों ने समर्थन देने से आंदोलनकर्ताओं की संख्या में इजाफा होकर वह 500 के पार पहुंच गया है। पदोन्नत कर्मी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने इस हड़ताल को समर्थन देने से तहसील कार्यालय के साथ जिलाधिकारी और उपविभागीय अधिकारी कार्यालय का और भी कार्य प्रभावित हो गया है। बावजूद प्रशासन इस हड़ताल की और नागरिकों को हो रही असुविधा को लेकर उदासीनता बरत रहा है।
आंदोलन में राजस्व कर्मचारी संगठन वर्धा के अध्यक्ष संजय मानेकर, कार्याध्यक्ष किशोर शेंडे, कोषाध्यक्ष अतुल रासपायले, सचिव अजय धर्माधिकारी, उपाध्यक्ष पूनम मडावी, सहसचिव नीलेश अकोटकर, संगठक संजय काटपाताल, लघु लेखक प्रतिनिधि एम.व्ही. तितरे, वाहक चालक प्रतिनिधि पद्माकर वाघ, चतुर्थश्रेणी प्रतिनिधि चंद्रकांत कावले, सल्लागार हरीशचंद्र लोखंडे, अभय पवनाकर, भीमराज खरमडे, विवेक मलकापूरे, नीलेश मडावी, विश्वेश्वर नाईक, विशाल ठाकरे, मनोज वंजारी, एस.आर. गजभिये समेत अन्य राजस्व कर्मचारी उपस्थित थे।
8 तहसीलों में रोजाना बननेवाले जाति प्रमाणपत्रों की संख्या
पूरे जिले में एक माह में करीब 11 हजार के करीब जाति प्रमाणपत्र और 1500 से 2 हजार नॉनक्रिमिलेयर प्रमाणपत्र बनाए जाते हैं। तहसील के अनुसार रोजाना बनने वाले जाति प्रमाण पत्र में वर्धा में 90, हिंगणघाट में 140, सेलू में 50, आर्वी में 45, देवली में 50, समुद्रपुर में 30, आष्टी में 30 और कारंजा घाडगे में 30 के करीब प्रमाण पत्र रोजाना बनते हैं। परंतु राजस्व विभाग की हड़ताल शुरू रहने के कारण सेवा प्रभावित होने से विद्यार्थी समेत सामान्य नागरिक दर-दर भटक रहे हंै।