स्टेट स्पॉन्सर्ड स्कॉलरशिप पर विदेश में नहीं मिल रहा एडमिशन
स्टेट स्पॉन्सर्ड स्कॉलरशिप पर विदेश में नहीं मिल रहा एडमिशन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य सरकार की स्कॉलरशिप पर विदेश के टॉप विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिए जा रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार की छात्रवृत्ति योजना सवालों के घेरे में है। दरअसल विदेश में पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को "स्टेट स्पॉन्सर्ड स्कॉलरशिप" का लाभ मिलता है। नागपुर समेत प्रदेश के विद्यार्थी अधिकतर अमेरिका, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन इस बार जिन विद्यार्थियों ने इसके तहत विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन किए, उन्हें ई-मेल पर जवाब मिला कि राज्य सरकार द्वारा स्पॉन्सर्ड छात्रवृत्ति के तहत आवेदन करने वाले विद्यार्थियों के प्रवेश होल्ड पर रखे गए हैं।
रोक रखे हैं दस्तावेज
जानकारी के अनुसार राज्य के सामाजिक न्याय व सहाय विभाग द्वारा पूर्व विद्यार्थियों का बकाया मंजूर नहीं करने से विदेशी विश्वविद्यालयों ने यह कड़ा कदम उठाया है। पूर्व विद्यार्थियों के तो यहां तक आरोप हैं कि उनका बकाया शेष होने के कारण कई विदेशी विश्वविद्यालयों ने उनके अहम दस्तावेज रोक कर रखे हैं। बता दें कि इसके पूर्व कई विद्यार्थियों ने शिकायत की थी कि छात्रवृत्ति परीक्षा के नतीजे नहीं आने के कारण कई विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ाई से वंचित रहने की नौबत थी। इसके बाद विभाग ने कुछ विद्यार्थियों के नाम तो जारी किए, लेकिन कई विद्यार्थियों के नाम जारी नहीं हुए। विद्यार्थियों ने विभाग में संपर्क किया, तो बताया गया है कि विभाग कई चरणों में परिणाम जारी कर रहा है। इसी कारण से कई विद्यार्थियों को विदेशी विश्वविद्यालयों से रिजेक्शन के ई-मेल मिलने लगे हैं।
स्टूडेंट्स पर बुरा असर
कई आवेदकों ने प्रवेश की प्रारंभिक तैयारियों के लिए बड़ी रकम खर्च कर ली है, लेकिन अब तक छात्रवृत्ति मंजूर नहीं होने से लोन, कंफर्मेशन ऑफ एक्सेप्टेंस फॉर स्टडीज (कैस) और वीजा प्रक्रिया भी रुकी पड़ी है। इसका सबसे बुरा असर उन विद्यार्थियों पर पड़ेगा, जो पिछले एक वर्ष से भी ज्यादा समय से विदेशी विश्वविद्यालय में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बीतती डेडलाइन के पूर्व अपना प्रवेश निश्चित नहीं करा पा रहे हैं। अब महाराष्ट्र सरकार की स्पांसरशिप दिखाने सीधा आवेदन मंजूर नहीं होकर होल्ड पर डाले जाने के मामले सामने आ रहे हैं।