पैरों में सूजन आने पर भर्ती बीमित को स्टार हेल्थ नहीं दे रही भुगतान
सारे दस्तावेज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं दे रहे अधिकारी पैरों में सूजन आने पर भर्ती बीमित को स्टार हेल्थ नहीं दे रही भुगतान
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पॉलिसी हर हाल में रिन्यू कराने के लिए बीमा अधिकारी ऐसा झूठ बोलते हैं कि पॉलिसी होल्डर भी उनकी बातों में आ जाता है। वर्तमान में बीमा कंपनियों के अधिकारी क्लेम देने का लालच देकर बीमितों से पॉलिसी रिन्यू कराने का गोलमाल करने में लगे हुए हैं। बीमितों का आरोप है कि पॉलिसी रिन्यू कराने के बाद बीमा कंपनियाँ क्लेम देने से इनकार कर रही हैं। अब परेशान होकर आम उपभोक्ता कंज्यूमर कोर्ट की शरण लेकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। बीमितों के द्वारा ब्रांच के अधिकारियों पर धोखा दिए जाने का आरोप भी लगाए जा रहे हैं।
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डिलेवरी का बहाना बनाकर कंपनी ने क्लेम कर दिया रिजेक्ट -
हरियाणा जिला जींद मंडीकलां निवासी राजेन्दर कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से स्वास्थ्य बीमा लिया हुआ है। प्रतिवर्ष प्रीमियम भी जमा करते आ रहे हैं। पॉलिसी क्रमांक पी/ 161117/01/2023/009408 का कैशलेस कार्ड भी बीमा कंपनी के द्वारा दिया गया था। दिसम्बर 2022 मेें उनकी पत्नी सीमा रानी के पैरों में सूजन आ गई थी। उसे गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। अस्पताल में चैकअप के बाद खुलासा हुआ कि पैर की नस दब गई है और नस दबने के कारण खून का संचार ठीक से नहीं हो रहा है। सीमा रानी को अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराना पड़ा।
बीमित ने कंपनी को कैशलेस के लिए सूचना दी पर अधिकारियों ने कैशलेस से इनकार कर दिया था। बीमित को पूरा भुगतान अपने पास से जमा करना पड़ा और उसके बाद बिल बीमा कंपनी में सबमिट किए थे। बिल सबमिट करने के बाद अधिकारियों ने जल्द क्लेम देने का वादा किया था। इस दौरान बीमा अधिकारियों की एक टीम घर पर चैक करने आई थी। टीम के सदस्यों ने पूरा परीक्षण किया था पर अचानक यह कहते हुए क्लेम रिजेक्ट कर दिया कि यह डिलेवरी का क्लेम है और हम नहीं देंगे। बीमित का आरोप है कि जिम्मेदारों के द्वारा गोलमाल करते हुए हमारा क्लेम रिजेक्ट किया गया है।