अब तक 3 लाख 49 हजार पंजीयन, सवा चार लाख हुई केवायसी, 3 दिनों में 70 हजार पंजीयन कैसे होंगे
जबलपुर अब तक 3 लाख 49 हजार पंजीयन, सवा चार लाख हुई केवायसी, 3 दिनों में 70 हजार पंजीयन कैसे होंगे
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। 25 मार्च से शुरू हुआ लाड़ली बहना योजना का पंजीयन अब अंतिम चरण में पहुँच चुका है। गुरुवार की शाम तक 3 लाख 49 हजार से अधिक पंजीयन हो चुके थे। यह आँकड़ा जिले को दिए गए टारगेट से भी अधिक है लेकिन इसमें एक चाैंकाने वाली बात यह है कि जिले में करीब सवा चार लाख महिलाओं का केवायसी कराया गया था और यदि सभी महिलाओं का पंजीयन होना है तो अब 30 अप्रैल के पहले यानी 3 दिनों में लगभग 70 हजार महिलाओं की भीड़ पंजीयन केन्द्रों में उमड़ेगी। यही कारण है कि शासन ने योजना के अंतिम दिन 30 अप्रैल रविवार को भी कार्यालय खोले जाने के निर्देश दिए हैं।
लाड़ली बहना योजना प्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना मानी जा रही है। इसके लिए हर स्तर पर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि योजना में किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। अब तक कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जा चुकी है।
समय से पहले टारगेट पाना बड़ी बात
बताया जाता है कि प्रदेश के किसी भी जिले ने अभी तक टारगेट नहीं प्राप्त किया है जबकि जबलपुर जिला ऐसा है जिसने 3 दिन पहले ही टारगेट से अधिक पंजीयन कर लिया और अब उससे अधिक पंजीयन की तैयारी है। जिले को कुल 3 लाख 46 हजार 34 लाड़ली बहनों के पंजीयन का टारगेट मिला था जबकि गुरुवार की शाम तक कुल पंजीयन 3 लाख 49 हजार 838 हो चुके थे। इस सम्बंध में जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस चित्रांशु त्रिपाठी का कहना है कि कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने इस योजना की लगातार मॉनिटरिंग की और उसका यह परिणाम है कि समय से पहले ही टारगेट हासिल हो गया।
ननि में सबसे अधिक, भेड़ाघाट में सबसे कम
जिले की 7 जनपद, 6 नगर परिषद, 2 नगर पालिका और नगर निगम और कैंट के पंजीयन की बात करें तो सबसे अधिक 1 लाख 22 हजार 550 पंजीयन नगर निगम जबलपुर में हुए, वहीं दूसरे नम्बर पर शहपुरा जनपद पंचायत रही जहाँ 32 हजार 895 पंजीयन हुए। सबसे कम पंजीयन 1071 भेड़ाघाट नगर परिषद में हुए।
एससी के सबसे अधिक आवेदन
अब तक किए गए पंजीयन में अनुसूचित जाति की महिलाओं के 178484 पंजीयन किए गए हैं। वहीं दूसरे नम्बर पर ओबीसी का 64143 पंजीयन रहा। इसके अलावा सामान्य वर्ग की 5199 और अनुसूचित जनजाति की 56123 महिलाओं के पंजीयन हुए। वहीं प्राप्त आँकड़ों के अनुसार पंजीयन में सबसे बड़ी संख्या विवाहित महिलाओं की है। अब तक भरे गए आवेदनों में कुल 328335 विवाहित महिलाओं के पंजीयन हुए जबकि 1933 तलाकशुदा, 19218 विधवा और 141 परित्यक्ता महिलाओं ने पंजीयन कराए हैं।