डिजिटल डेस्क, रामटेक(नागपुर)। जलभंडारण को लेकर चिंतित तोतलाडोह डैम के 14 गेट बुधवार खोले दिए गए हैं। 30 सेमी तक खोले गए गेट से 190 क्यूमेक्स पानी का विसर्ग शुरू है। वहीं जनरेशन से 120 क्यूमेक्स इस प्रकार कुल 310 क्यूमेक्स पानी का डिस्चार्ज शुरू है। तोतलाडोह प्रकल्प के कुल 14 गेट हैं। जिसमें से पहले छह गेट खोले गए हैं। संबंधित अधिकारी बदलती स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा जिले के चौरई बांध से निरंतर आ रहे पानी से बुधवार को तोतलाडोह प्रकल्प शत - प्रतिशत भरने की कगार पर था। जलाशय में बुधवार की सुबह 8 बजे 958.731 दलघमी यानी 94.28 प्रतिशत पानी था। वहीं शाम 5 बजे 997.856 दलघमी यानी 96.16 प्रतिशत जलसंचय हुआ। जानकारी के अनुसार यहां स्थित विद्युत जनरेशन प्लान्ट के लिए पानी उपयोग के कारण कुछ जलस्तर कम होता रहा। जिसके कारण बुधवार को दोपहर 2 बजे के दौरान प्रकल्प के गेट खोलने की योजना शाम तक बढ़ गई।
अंततः प्रकल्प के गेट खोले जाने संबंधी सिंचाई विभाग तकनीकी प्रक्रिया शाम 5 बजे से शुरू की गई। शाम 6.30 बजे 6 गेट खोले गए। इस मौके पर स्थानीय उपविभागीय राजस्व अधिकारी जोगेंद्र कट्यारे, तहसीलदार निलीमा रंगारी, उपविभागीय सिंचाई अधिकारी धोटे उपस्थित थे।
बता दें कि इस डैम से ही रामटेक, मौदा, पारशिवनी और भंडारा जिले के कुछ गांव में लगभग 1.25 लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र की सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते चौरई बांध लबालब हुआ है और यहीं से तोतलाडोह डैम के लिए पानी छोड़ा जा रहा है।
15 दिन पूर्व जलसंकट झेल रहे शहरवासियों ने जहां तोतलाडोह में पर्याप्त जलसंचय होने से राहत ली है वहीं इसके ओवरफ्लो होने से खतरा भी हो सकता है। इस डैम में मंगलवार की शाम 6 बजे जलाशय का जलभंडारण 917.546 दलघमी यानी 90.23 प्रतिशत था। पानी की आवक मंगलवार को कम ज्यादा बनी रही। बुधवार को भी रुक-रूक हो रही बारिश से चौरई डैम का जलसंचय बढ़ता रहा। 90 प्रतिशत के पार जाने से वर्ष 2013 के बाद तोतलाडोह में 6 वर्ष बाद इस तरह की स्थिति निर्माण हो रही है।