फिर विपक्ष की भूमिका में आ रही शिवसेना,  धनगर समाज को लेकर सरकार की आलोचना

फिर विपक्ष की भूमिका में आ रही शिवसेना,  धनगर समाज को लेकर सरकार की आलोचना

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-27 13:45 GMT
फिर विपक्ष की भूमिका में आ रही शिवसेना,  धनगर समाज को लेकर सरकार की आलोचना

डिजिटल डेस्क,मुंबई । लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव के मौके पर सत्ता में शामिल शिवसेना एक बार फिर विपक्ष का रुप ‘धारण’ कर रही है। पार्टी ने अपने मुखपत्र में धनगर समाज को लेकर फडणवीस सरकार पर निशाना साधा है। ‘धनगरों की समस्याओं का क्या’ शीर्षक से लिखी संपादकीय में धनगर नेता और राज्य के पशु पालन मंत्री महादेव जानकर कि खिल्ली उड़ाई गई है।  पार्टी ने कहा कि सरकार ने धनगर समाज के लिए कई योजनाएं घोषित की लेकिन वह सब केवल कागजों तक सीमिति है। नागपुर, पुणे, नाशिक, नई मुंबई में धनगर समाज के छात्रों के लिए हास्टल बनाने की घोषणा हुई। इसके लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया गया। शिवसेना ने सवाल किया है कि उसमें से कितने हास्टलों के निर्माण की शुरुआत हुई। संपादकीय में धनगर आरक्षण का सवाल भी उठाया गया है। कहा-विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने को है लेकिन धनगर आरक्षण की मांग पूरी नहीं हुई। धनगर समाज के युवकों के खिलाफ दर्ज मामले वापस नहीं लिए गए। इस लिए शिवसेना उन पर अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाएगी।     

‘मुख्यमंत्री की सभा के लिए चोरी की बिजली’ 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की महाजनादेश यात्रा की जनसभा में चोरी की बिजली का इस्तेमाल हो रहा है। पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि इस मामले में बिजली कंपनी को दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहिए।   मलिक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सभा के लिए सरकारी बिजली के इस्तेमाल के चलते उनका चुनाव रद्द कर दिया गया था। इस लिए चुनाव के मौके पर यदि चोरी की बिजली का इस्तेमाल हो रहा है को बिजली कंपनी को तुरंत पुलिस स्टेशन में मामला दर्द कराना चाहिए। इसके पहले राकांपा के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने ट्विट कर कहा कि औरंगाबाद में बिजली चोरी कर मुख्यमंत्री की सभा की जोरदार तैयारी चल रही है। बिजली निजी संपत्ति है क्या।


   

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