फडणवीस की पसंद का होगा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, शिवसेना को मिल सकता है विधानपरिषद में उपसभापति पद

फडणवीस की पसंद का होगा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, शिवसेना को मिल सकता है विधानपरिषद में उपसभापति पद

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-31 15:43 GMT
फडणवीस की पसंद का होगा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, शिवसेना को मिल सकता है विधानपरिषद में उपसभापति पद

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने से महाराष्ट्र में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। दानवे केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं। इसलिए उन्हें अब प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। अगले छह महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए जातिय समीकरण को ध्यान में रखते हुए नया प्रदेश अध्यक्ष तय किया जाएगा। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के सामने साल 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को बरकरार रखने की चुनौती होगी। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील, प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे और ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे, गृह राज्य मंत्री रणजीत पाटील के नाम की चर्चा है। समझा जा रहा है कि भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पंसद का होगा। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए लो प्रोफाइल नेता का नाम सुझाएंगे। जिससे मुख्यमंत्री को नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ तालमेल के साथ काम करने में आसानी होगी। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भाजपा नेता जलसंसाधन मंत्री गिरीश महाजन और श्रम मंत्री संभाजी पाटील- निलंगेकर का नाम सामने आ सकता है। महाजन और पाटील- निलंगेकर दोनों मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं। महाजन प्रदेश सरकार और संगठन में प्रभावी भूमिका निभाते आए हैं। इसलिए वे प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के दावेदारी के सवाल पर महाजन ने कहा कि अब तक मैंने सरकार और पार्टी संगठन में बेहतर काम करने की कोशिश की है। पार्टी आगे मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी उसको निभाऊंगा। पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि राज्य में अभी केवल नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होगी। पार्टी संगठन के चुनाव विधानसभा चुनाव के बाद होंगे। इस बात की संभावना ज्यादा है कि पार्टी का कोई मराठा नेता ही प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभाले। 

140-140 सीटों का हो सकता है फार्मूला

साल 2014 में सीट बंटवारे पर विवाद के बाद भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। लेकिन अबकी बार भाजपा और शिवसेना के बीच विधानसभा चुनाव के लिए भी गठबंधन तय है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि भाजपा सहयोगी दल शिवसेना के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव में भाजपा 140 सीटों और शिवसेना 140 सीटों पर लड़ सकती है। जबकि 8 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जा सकती है। विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। विधानसभा में भाजपा के 122 विधायक हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा में दूसरे दलों से 8 से 10 विधायक आ सकते हैं। ऐसे में भाजपा के पास लगभग 10 सीटें ही बचेंगी जिन पर पार्टी नए चेहरों को मौका दे सकती है। महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के बाद मुंबई के कांग्रेस विधायक कालीदास कोलंबकर का भाजपा में आना तय है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटील, कांग्रेस के बागी नेता अब्दुल सत्तार में भाजपा में शामिल होंगे। 

शिवसेना को मिल सकता है विप उपसभापति पद- देशमुख निर्विरोध निर्वाचित  
 
इसके अलावा महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान भाजपा सहयोगी दल शिवसेना को विधान परिषद का उपसभापति पद सकता है। विधान परिषद में उपसभापति पद फिलहाल रिक्त हैं। उपसभापति पद के लिए यदि मतदान होता है कि सदन में निर्दलियों की भूमिका अहम हो जाएगी। निर्दलीय सदस्य जिस दल का समर्थन करेंगे उस पार्टी का पलड़ा भारी होगा। शुक्रवार को विधान परिषद की रिक्त सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी पृथ्वीराज देशमुख निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा की गई। देशमुख के निर्वाचित होने से विधान परिषद में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 23 हो गई है। जबकि विधान परिषद में शिवसेना के 12 सदस्य और राष्ट्रीय समाज पक्ष के 1 सदस्य हैं। विधान परिषद में भाजपा-शिवसेना युति के पास कुल 36 सीटें हैं। वहीं सदन में कांग्रेस के 16, राष्ट्रवादी कांग्रेस के 17 सीटें हैं। जबकि लोकभारती के पास 1, शेकाप के पास 1 और पीआरपी के पास 1 सीटें हैं। कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस के महागठबंधन के पास भी कुल 36 सीटें हैं। बाकी की 6 सीटों पर निर्दलीय सदस्य हैं। 6 निर्दलीय सदस्यों में से भाजपा के एक निर्दलीय समर्थक प्रशांत परिचारक निलंबित हैं। बचे हुए 5 सदस्यों में भाजपा के 1 और शिवसेना के 1 समर्थक हैं। जबकि शेकाप के 1 समर्थक हैं। जबकि 2 निर्दलीय सदस्य कांग्रेस  समर्थक माने जाते हैं। इसमें से एक निर्दलीय सदस्य श्रीकांत देशपांड को भाजपा सरकार ने बाल शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत बनाए गए राज्य सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है। देशपांडे को राज्य मंत्री का दर्जा हासिल है। 

विधान परिषद में सदस्यों की स्थिति 

भाजपा - 23 
शिवसेना - 12
राष्ट्रवादी कांग्रेस- 17
कांग्रेस - 16
राष्ट्रीय समाज पक्ष -1
शेकाप- 1 
लोकभारती - 1
पीआरपी - 1
निर्दलीय - 6
कुल सीट – 78

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