राज्य सरकार की धज्जियां उड़ाने बनाई शैडो कैबिनेट- राज ठाकरे
राज्य सरकार की धज्जियां उड़ाने बनाई शैडो कैबिनेट- राज ठाकरे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी के स्थापना दिवस पर एक नया प्रयोग किया है। मनसे ने प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार पर अंकुश रखने के लिए पार्टी नेताओं की शैडो कैबिनेट (छाया मंत्रिमंडल) की घोषणा की है। जंबो शैडो कैबिनेट में मनसे के वरिष्ठ नेताओं के अलावा राज के बेटे तथा पार्टी नेता अमित ठाकरे को भी शामिल किया गया है। सोमवार को राज ने पार्टी के स्थापना दिवस पर नई मुंबई के वाशी स्थित विष्णुदास भावे नाट्यगृह में पदाधिकारियों को संबोधित किया। राज ने कहा कि प्रदेश सरकार की धज्जियां उड़ाने के लिए शैडो कैबिनेट बनाई गई है। अगर सरकार ने अच्छा काम किया है तो उसको बधाई भी दी जाएगी। राज ने कहा कि शैडो कैबिनेट सरकार पर अंकुश रखेगी। यदि शैडो कैबिनेट में वे लोग भी काम करने को इच्छुक हैं जो कि मनसे से नहीं जुड़े हैं ऐसे लोग भी मुझसे आकर मिल सकते हैं। हम उन लोगों को शैडो कैबिनेट में शामिल करेंगे। राज ने कहा कि शैडो कैबिनेट के सदस्य किसी को ब्लैकमेल करने के लिए सूचना के अधिकार (आरटीआई)के तहत कोई जानकारी न मांगे। उन्होंने कहा कि देश में ब्लैकमेल करने के लिए आरटीआई डालना एक उद्योग बन गया है। राज ने कहा कि शैडो कैबिनेट जानबुझकर बड़ी बनाई गई है। जिससे इसमें शामिल नेताओं को यह न लगने लगें कि वह मंत्री बन गए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी नेताओं से पहले कह दिया था कि विभाग पाने के लिए जिद न करे। क्योंकि यह पैसे वाली शैडो कैबिनेट नहीं है। यह जनता के हितों को काम करने के लिए बनाया गया है। राज ने कहा कि मुझे विश्वास है कि शैडो कैबिनेट बनाने की परिकल्पना को सफलता मिलेगी।
पता नहीं जनता विकास पर वोट करती है क्या
राज ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता है कि जनता विकास कामों के आधार पर वोट करती है क्या। यह इस देश में बड़ा सवाल है। अगर मतदान के समय वोटर कामों का विचार करके वोट नहीं डालेंगे तो फिर कोई विषय ही नहीं बचता है। राज ने कहा कि वोटरों को ही काम करने वाले दलों को प्रोत्साहन देना होगा। मतदाताओं को तय करना होगा कि हम भावनात्मक मुद्दों पर वोट नहीं करेंगे। इसके बाद ही सुधार हो सकता है। राज ने कहा कि जो लोग सत्ता में है जनता उनसे अपेक्षा के बजाय मनसे से अपेक्षाएं करती हैं। लेकिन जनता सत्ता में जो लोग हैं उन्हीं को वोट डालती है। इसके बावजूद हम राज्य की जनता के प्रति कटिबद्ध है।
शैडो कैबिनेट पर रहेगा राज का अंकुश
मनसे के शैडो कैबिनेट पर पार्टी अध्यक्ष राज का अंकुश होगा। शैडो कैबिनेट में शामिल सदस्य राज के पूछे बिना सीधे मीडिया से बातचीत के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सकते हैं। इस बारे में राज ने पार्टी नेताओं को सख्त निर्देश दिए हैं।
आदित्य के विभाग पर अमित की नजर
मनसे नेता अमित को पर्यटन, नगरविकास, ग्रामविकास, वन, आपदा प्रबंधन, मदद और पुनर्वसन, मराठी भाषा, सूचना व प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। महाविकास आघाड़ी सरकार में पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे हैं। आदित्य मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे हैं। शैडो कैबिनेट में जगह मिलने के बाद आदित्य के विभाग पर अमित की नजर होगी।
मनसे की शैडो कैबिनेट
गृह, विधि व न्याय, जलसंसाधन, सामान्य प्रशासन : बाला नांदगावकर, किशोर शिंदे, संजय नाईक, राजू उंबरकर, राहुल बापट, अवधूत चव्हाण, प्रवीण कदम, योगेश खैरे, प्रसाद सरफरे (पूर्व पुलिस अधिकारी), डॉ. अनिल गजने, रवींद्र पाष्टे, जमीर देशपांडे, दीपक शर्मा, अनिल शिदोरे (जलसंसाधन)।
वित्त और योजना, गृहनिर्माण और उद्योग : नितीन सरदेसाई, हेमंत संभूस (उद्योग), वसंत फडके, मिलिंद प्रधान, पीयूष छेड़ा, प्रीतेश बोराडे, वल्लभ चितले, पराग शिंत्रे, अनिल शिदोरे (वित्त व नियोजन)।
राजस्व और परिवहन : अविनाश अभ्यंकर, दिलीप कदम, कुणाल माईणकर, अजय महाले, संदीप पाचंगे, श्रीधर जगताप।
ऊर्जा : शिरीष सावंत, मंदार हलबे, सागर देवरे, विनय भोईटे।
ग्रामविकास : जयप्रकाश बाविस्कर, अमित ठाकरे, परेश चौधरी, प्रकाश भोईर, अनिल शिदोरे।
वन, आपदा प्रबंधन, मदद और पुनर्वसन : संजय चित्रे, अमित ठाकरे, वागिश सारस्वत, संतोष धुरी, आदित्य दामले, ललीत यावलकर।
शिक्षाः अभिजीत पानसे, आदित्य शिरोडकर (उच्च व तकनीकी शिक्षा), सुधाकर तांबोली, चेतन पेडणेकर, बिपीन नाईक, अमोल रोग्ये।
श्रम : राजेंद्र वागस्कर, गजानन राणे, सुरेंद्र सुर्वे।
नगरविकास और पर्यटन : संदीप देशपांडे, अमित ठाकरे, पृथ्वीराज येरुणकर, कीर्तिकुमार शिंदे, उत्तम सांडव, हेमंत कदम, योगेश चिले, संदीप कुलकर्णी, फारुक डाला।
सार्वजनिक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण : रिटा गुप्ता, कुंदा राणे।
सहकारिता और विपणनः दिलीप धोत्रे, कौस्तुभ लिमये, वल्लभ चितले, जयदेव कर्वे।
खाद्य व नागरिक आपूर्तिः राजा चौगुले, महेश जाधव, वैभव मालवे, विशाल पिंगले।
मत्स्यविकास और बंदरगाह : परशुराम उपरकर, जीतू चव्हाण, निशांत गायकवाड।
महिला व बालविकास : शालिनी ठाकरे, सुनिता चुरी।
सार्वजनिक निर्माण कार्य : योगेश परुलेकर, अभिषेक सप्रे, सीमा शिवलकर।
एमएसआरडीसी : संजय शिरोलकर।
रोजगार गारंटी और फलोत्पादन : बाला शेडगे, आशिष कोरी।
सांस्कृतिक कार्य और राजशिष्टाचार : अमेय खोपकर।
कृषि व दुग्धविकास : संतोष नागरगोजे, संजू पाखरे, अमर कदम।
कौशल्य विकास व उद्यमिताः स्नेहल जाधव।
सामाजिक न्याय व विशेष सहायता : गजानन काले, संतोष सावंत, अनिल करपे।
ग्राहक संरक्षण : प्रमोद पाटील।
राज्य उत्पादन शुल्क : वसंत फडके
आदिवासी विकास : आनंद एंबडवार, किशोर जाचक, परेश चौधरी।
पर्यावरण : रुपाली पाटील, कीर्तिकुमार शिंदे, जय शृंगारपुरे, देवव्रत पाटील।
खार जमीन पुनर्विकास और भूकंप पुनर्वसन : अनिता माजगावकर।
जलापूर्ति और सार्वजनिक स्वच्छता : अरविंद गावडे।
खेल व युवक कल्याण : विठ्ठल लोकणकर, अरुण जांभले।
अल्पसंख्यक विकास और वक्फ : इरफान शेख, सईफ शेख, जालीम तडवी, जावेद शेख, अल्ताफ खान।
मराठी भाषा, सूचना व प्रौद्योगिकी: अनिल शिदोरे, अमित ठाकरे, अजिंक्य चोपडे, केतन जोशी।