ऑनलाइन ठगी का शिकार बुजुर्ग को लगी चपत
ऑनलाइन ठगी का शिकार बुजुर्ग को लगी चपत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। खाता बंद होने का झांसा देकर एक बुजुर्ग के खाते से ऑनलाइन रकम निकाल ली गई। सोनेगांव थाने में आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। घटना के दो महीने बाद भी आरोपी का सुराग नहीं मिला है। वर्धा रोड स्थित उत्थान कॉम्प्लेक्स निवासी अनिल विष्णुपंत काशीकर (76) महाजेनको खापरखेड़ा से सेवानिवृत्त हुए हैं। 2 जनवरी को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उन्हें एक अपरिचित ने मोबाइल पर मैसेज भेजा। मैसेज में कहा गया था कि, 24 घंटे के भीतर उनके बैंक खाते की केवाईसी खत्म होने से उनका खाता बंद हो जाएगा। साथ ही कस्टमर केयर नंबर भी मैसेज में दिया गया था।
पुलिस का दावा खोखला
इस बात को करीब दो महीने हो गए हैं। दो महीने चली जांच-पड़ताल के बाद भी पुलिस आरोपी के बारे में कोई ठोस जानकारी हासिल नहीं कर पाई है, जबकि शहर पुलिस के पास अत्याधुनिक साइबर सेल और साइबर विशेषज्ञ होने का दावा कई बार पुलिस विभाग कर चुका है।
खाता बंद होने का डर सताने लगा
खाता बंद होने के डर से अनिल काशीकर को पेंशन रुकने का डर सताने लगा था। उन्होंने आनन-फानन में कस्टमर केयर को फोन लगाया। एक व्यक्ति से बात हुई। उसने क्विक एप चार-पांच बार डालनलोड करने और उसके बाद डिलीट करने के लिए कहा। झांसे में आए अनिल ने वैसा ही किया और उसे अपने पेेंशन और सेविंग अकाउंट का खाता नंबर सहित पूरी गोपनीय जानकारी बता दीी। बस फिर क्या था, एप डाउनलोड करने के चंद मिनटों में ही अनिल के अकाउंट से 74,733 रुपए ऑनलाइन निकाल लिए गए। घटना के तत्काल बाद मामले की शिकायत संबंधित बैंक और पुलिस से की गई।