Nagpur News: भामरागढ और ताडगांव का जोड़नेवाली पर्लकोटा नदी के पुल पर मिला विस्फोटक

भामरागढ और ताडगांव का जोड़नेवाली पर्लकोटा नदी के पुल पर मिला विस्फोटक
  • पुल पर रखे गए थे दो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस विस्फोटक
  • गडचिरोली से हेलिकाॅप्टर से बीडीडीएस की एक टीम पहुंची
  • कुछ इलाके में विध्वंसक गतिविधि को अंजाम देने की फिराक में थे

Nagpur News आगमाी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नक्सलवादी भी सक्रिय नजर आने लगे हैं। वह गडचिरोली के कुछ इलाके में विध्वंसक गतिविधि को अंजाम देने की फिराक में लगे हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गडचिरोली जिले के भामरागड और ताडगांव को जोड़नेवाली पर्लकोटा नदी के पुल पर शनिवार को कुछ विस्फोटक (आई.ई.ई यानी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस विस्फोटक) रखे जाने की जानकारी सामने आई है। यह जानकारी मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उक्त विस्फोटक का पता लगाकर उसे डिफ्यूज करने के लिए गडचिरोली से एक बीडीडीएस की टीम हेलिकॉप्टर से घटनास्थल पर भेज दी गई है। गडचिरोली पुलिस, सीआरपीएफ कंपनी और बीएसएफ कंपनी के दल ने संयुक्त रुप से उक्त परिसर की खोजबीन शुरू कर दी है। जब तलाशी अभियान शुरू किया गया तो यह विस्फोटक भामरागड आैर ताडगांवला को जोडनेवाली पर्लकोटा नदी के पुलिस पर मिला ।

पुल पर दो विस्फोटक (आईईडी) मिले हैं। बीडीडीएस दल ने दोनों विस्फोटक को निष्क्रिय करने की तैयारी में थी, इस दौरान एक विस्फोटक (अाईईडी) में विस्फोट हो गया और दूसरे विस्फोटक (आईडीडी) बीडीडीएस दल ने घटनास्थल से कब्जे में लेकर उसे निष्क्रिय कर नष्ट कर दिया है। पहले विस्फोटक में विस्फोट होने से सुरक्षा दल के किसी भी जवान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। संबंधित इलाके में अभी तक खोजबीन अभियान शुरू है। गडचिरोली पुलिस की सतर्कता से आगामी चुनाव को विस्फोट करने की तैयारी को फेल कर दिया है।

क्या है आईईडी : आईईडी यानी इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस, एक तरह का बम होता है। आईईडी को सड़क किनारे या घर में बनाया जा सकता है। आईईडी को ट्रिगर और कमांड-आरंभिक रूप से दो तरह की प्रणालियां होती हैं। कमांड-आरंभिक आईईडी को विस्फोटित करने के लिए संपर्क के ज़रिए ट्रिगरिंग तंत्र का इस्तेमाल किया जाता है। आईईडी का इस्तेमाल आमतौर पर विस्फोटक कर आग लगाकर नुकसान पहुंचाने के लिए होता है। इसका उपयोग आतंकवादी हमलों में, अपरंपरागत युद्धों या शहरी युद्धों में किया जाता है। जानकारों का कहना है कि इराक , अफ़ग़ानिस्तान और श्रीलंकाई गृहयुद्ध जैसे कई युद्धों में आईईडी का इस्तेमाल किया जा चुका है।

Created On :   16 Nov 2024 6:37 PM IST

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