अपोलो सेज हॉस्पिटल में कार्डियो-स्लीप रिव्यू पर सेमिनार का आयोजन हुआ
सेज भोपाल अपोलो सेज हॉस्पिटल में कार्डियो-स्लीप रिव्यू पर सेमिनार का आयोजन हुआ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अपोलो सेज हॉस्पिटल्स भोपाल के पल्मोनरी और स्लीप मेडिसिन विभाग ने कल 15 जनवरी को हॉस्पिटल के सभागार में कार्डियो-स्लीप रिव्यू विषय पर सेमिनार आयोजित किया। जिसमें शीर्ष स्तर के पल्मोनोलॉजिस्ट (स्लीप फिजिशियन) और कार्डियोलॉजिस्ट ने इस बारे में चर्चा की कि कैसे स्लीप एपनिया दिल को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है और हाई बीपी, डिस्लिपिडेमिया, एरिथमियास (असामान्य) जैसी कई कार्डियक जटिलताओं में परिणाम देता है। दिल की धड़कन), दिल का दौरा पड़ने और दिल की विफलता का खतरा बढ़ जाता है। स्लीप एपनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें रोगी नींद के दौरान कुछ सेकंड के लिए सांस लेना बंद कर देता है। समग्र वैश्विक जनसंख्या प्रसार 9% से 38% तक है। सामान्य आबादी की तुलना में, एसडीबी का प्रसार हृदय संबंधी स्थितियों वाले रोगियों में अधिक होता है, जैसे उच्च रक्तचाप (33-83%), हृदय की विफलता (40-61%), आलिंद फिब्रिलेशन (67-93.4%), और स्ट्रोक (63) -92%)। इस स्थिति के लिए उपचार वजन घटाने, व्यायाम के माध्यम से किया जाता है और कभी-कभी विशेष उपचारों की आवश्यकता हो सकती है जिन्हें सकारात्मक वायुमार्ग वेंटिलेशन डिवाइस कहा जाता है। हृदय रोगियों के लिए नींद के चिकित्सकों द्वारा इन चिकित्सा उपकरणों का उपयोग अनुकूलित किया जाना चाहिए। संगोष्ठी में डॉ. अभिषेक गोयल, डॉ. स्वप्निल गार्डे ने भी व्याख्यान प्रस्तुत किया। इस संगोष्ठी का आयोजन डॉ. खुशबू सक्सेना ने किया था, जो सलाहकार हैं और विशेष रूप से नींद की दवा, पल्मोनरी और नींद की दवा विभाग में प्रशिक्षित हैं। अपोलो सेज अस्पतालों से डॉ. गौरव खंडेलवाल और डॉ. अनुराग जैन भी मौजूद रहे। अपोलो सेज हास्पिटल के मेडिकल निदेशक डॉ समीर सिंह ने सभी डॉक्टर्स, अतिथियों व उपस्थितजन का आभिवादन किया। मार्केटिंग हेड समीर शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।