फसलों का नुकसान सर्वेक्षण के लिए उपग्रह-ड्रोन की मदद - आकलन के लिए जून से शुरू होगा ई-पंचानामा
प्राकृतिक आपदा फसलों का नुकसान सर्वेक्षण के लिए उपग्रह-ड्रोन की मदद - आकलन के लिए जून से शुरू होगा ई-पंचानामा
डिजिटल डेस्क, मुबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के समय फसलों का नुकसान आकलन के लिए जून से ई-पंचनामा शुरू होगा। ई-पंचनामा के लिए मोबाइल का इस्तेमाल होगा। पंचनामे के सर्वेक्षण के लिए उपग्रह और ड्रोन की मदद ली जाएगी। सीएम शिंदे ने कहा कि इससे किसानों को नुकसान भरपाई जल्दी मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री शिंदे और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में सोमवार को सरकारी अतिथिगृह सह्याद्री में सभी विभागीय आयुक्तों और जिलाधिकारियों की एक दिवसीय बैठक आयोजित की गई। जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।
समय पर पूरा होगा पंचनामा
मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-पंचनामा से प्राकृतिक आपदा के कारण फसल नुकसान का पंचनामा समय पर पूरा हो सकेगा। पंचनामा न होने से जुड़ीं किसानों की शिकायतें दूर होंगी। पिछले कई वर्ष से किसान जलवायु परिवर्तन, बेमौसमी बारिश, ओलावृष्टि जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आकाशीय बिजली से होने वाले नुकसान से बचाव के उपाय संबंधित विभाग को करने चाहिए।
सूखे की संभावना वाले क्षेत्रों की मैपिंग
उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अल नीनो के प्रभाव के कारण कम बारिश हो सकती है। इसके मद्देनजर संभावित जल संकट और सूखे की परिस्थिति से निपटने के लिए योजना तैयार करने के लिए कहा गया है। फडणवीस ने कहा कि राज्य में साल 2015 और साल 2018 में सूखा पड़ा था। उस समय सूखे के कारण किन जगहों पर जलसंकट पैदा हुआ था, किन जगहों पर पशुओं के लिए चारा डीपो शुरु किया गया था, ऐसी जगहों की मैपिंग कर संभावित परिस्थिति से निपटने के लिए तैयारी करने को कहा गया है। बैठक में आकांक्षी शहर योजना का लोकार्पण किया गया। इस योजना में राज्य के 57 शहर शामिल हैं।
मुख्य सचिव का सत्कार
राज्य के मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव का विशेष सत्कार किया।