आग उगल रहा सूरत झुलसा रही धूप, 45 डिग्री में भी खुले सीबीएसई स्कूल, परिजन परेशान
आग उगल रहा सूरत झुलसा रही धूप, 45 डिग्री में भी खुले सीबीएसई स्कूल, परिजन परेशान
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी समेत पूरे विदर्भ में रिकार्ड तोड़ गर्मी का कहर जारी है। विदर्भ में हर दिन गर्मी के नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। शनिवार को नागपुर समेत पूरे विदर्भ में पारा उछाल पर रहा। शनिवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 45.3 डिग्री रहा। 46.7 डिग्री के साथ अकोला सबसे गर्म शहर रहा। मौसम विभाग के अनुसार विदर्भ कर्क रेखा पर होने से यहां सूर्य की रोशनी सीधे पड़ती है। यही कारण है कि देश में नागपुर समेत पूरा विदर्भ तापमान में आगे है। फिलहाल कुछ दिन तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। शनिवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 45.3 व न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री रहा। दोपहर में गर्म हवा त्वचा को झुलसा रही है। चिलचिलाती धूप से बचने के लिए लोग दोपहर में घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं, दोपहर में सड़कों पर वीरानी छाई रहती है। सुबह के विवाह समारोह शाम को हो रहे हैं। मंगल कार्यालयों व लॉनों में सुबह की अपेक्षा शाम की बुकिंग बढ़ गई है। फिलहाल विवाह समारोह का सीजन है। कड़ी धूप मेहमानों को परेशान कर रही है। मेहमाननवाजी के लिए शाम के समय को बेहतर माना जा रहा है। दिन में गर्म हवा चल रही है।
अकोला सबसे गर्म
पिछले कुछ दिन से अकोला तापमान में नंबर वन बना हुआ है। देश में संभवत: अकोला सबसे गर्म रहा। शनिवार को यहां का अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री दर्ज किया गया। अगले कुछ दिन तक पारा नीचे आने की संभावना नहीं है। गर्म हवा चल रही है। लू की चेतावनी दी गई है। ज्यादा से ज्यादा पानी पीने व हो सके तो धूप में बाहर नहीं िनकलने की सलाह चिकित्सकों द्वारा दी गई है।
शहर अधि. तापमान
अकोला 46.7
अमरावती 46.0
बुलढाणा 43.3
ब्रह्मपुरी 46.4
चंद्रपुर 46.5
गड़चिरोली 43.6
गोंदिया 43.0
नागपुर 45.3
वर्धा 46.0
वाशिम 44.6
यवतमाल 45.2
45 डिग्री में खुले हैं सीबीएसई स्कूल, परिजन हो रहे परेशान
मौसम विभाग ने 29 अप्रैल तक पारा 45 डिग्री तक कायम रहने की संभावना जताई है। दोपहर में पारा 45 डिग्री सेल्सियस पर होता है ऐसे में बच्चों की स्कूल से छुट्टी होती है। एक ओर लू के थपेड़े पड़ रहे होते हैं, तो दूसरी ओर बच्चे स्कूल से पार्किंग में खड़ी गाड़ी का रास्ता नाप रहे होते हैं। इसके बाद घर जाने के िलए वाहन िनकल पड़ते हैं, इस दौरान छका देने वाली गर्मी बच्चों की हालत खराब कर देती है, लेकिन यह बात स्कूल संचालकों को समझ नहीं आ रही है। इस पर बच्चों के परिजनों ने जिला प्रशासन से गर्मी को ध्यान में रखकर स्कूल बंद करने का आग्रह किया है क्योंकि इस समय ज्यादातर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल लग रहे हैं और मई के पहले सप्ताह तक लगने वाले हैं।
यह है परेशानी
स्कूल की शुरुआत सुबह 7 बजे के बाद होती है जिसके लिए बच्चों को उसके पहले ही निकलना पड़ता है। जबकि ज्यादातर स्कूल 1 बजे के बाद बंद होते हैं और चिलचिलाती धूप में बच्चों को स्कूल से गाड़ी तक पहुंचना पड़ता है, यहां सभी बच्चों के आने के बाद वह तपती गाड़ी में बैठे रहते हैं। यदि घर के परिजन गाड़ी लेकर आते हैं तो उन्हें परेशान होना पड़ता है और इसके बाद करीब दोपहर 2 से 2.30 बजे बच्चे वापस घर पहुंचते हैं। इस समस्या से परिजन के साथ-साथ बच्चे भी राहत चाहते हैं।