रविशंकर ने कहा - अनुच्छेद 370 पर बहस नहीं करना जनता का घोर अपमान, सावरकर को भारत रत्न की पेशकश से परेशानी क्यों?
रविशंकर ने कहा - अनुच्छेद 370 पर बहस नहीं करना जनता का घोर अपमान, सावरकर को भारत रत्न की पेशकश से परेशानी क्यों?
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा चुनाव में अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर बहस पर जोर देते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि इस मामले पर बहस नहीं करना जनता का घोर अपमान होगा। जनता राष्ट्रीय मुद्दोें पर कहना सुनना चाहती है लेकिन इन मुद्दों को राज्य की राजनीति के लिए गैरवाजिब ठहराना एक तरह से जनता के विवेक पर सवाल उठाना है। भाजपा ने चुनाव घोषणापत्र में वीर सावरकर को भारतरत्न सम्मान दिलाने की पेशकश की है। इस मामले में भी कांग्रेस को कोई परेशानी नहीं होना चाहिए। बुधवार को पत्रकार वार्ता में श्री रविशंकर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी भी विषय में बोलने की स्थिति में नहीं है। इसलिए वह बहस से भागना चाहती है। महाराष्ट्र की परपंरा राष्ट्रवादी की रही है। लिहाजा जनता के बीच अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर चर्चा की जा रही है। बताया जा रहा है कि जनता के मतदान के आधार पर सरकार किस तरह ठोस निर्णय लेने में सक्षम है। लेकिन कांग्रेस कहने लगती है कि अनुच्छेद 370 का महाराष्ट्र से क्या संबंध है। कानून मंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा-कांग्रेस के लोगों से आव्हान करता हूं कि वे अनुच्छेद 370 का कोई एक लाभ बताए। 70 वर्ष में इस अनुच्छेद का लाभ जम्मू कश्मीर या देश को कैसे मिला। अनुच्छेद हटाने के कारणों को जिक्र करते हुए कहा कि 1956 में ही कह दिया गया था कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। लेकिन अनुच्छेद 370 के कारण वहां देश की योजनाओं व कानून का लाभ नहीं मिल पाया। अब सैनिक भर्ती होने लगी है। लोग देश से जुड़ रहे हैं। कांग्रेस केवल एक परिवार के लिए भारत रत्न सम्मान समेटना चाहती है । सरदार पटेल, डॉ.बाबासाहब आंबेडकर, मौलाना अब्दुल कलाम को भारत रत्न सम्मान देने में विलंब का कारण देश जानता है। महात्मा गांधी का व्यक्तित्व भारतरत्न सम्मान से भी ऊपर है। सावरकर ही नहीं महात्मा फुले व सावित्रीबाई फुले को भी भारतरत्न सम्मान मिलना चाहिए। सुरक्षा के मामले मंे देश सक्षम हुआ है। मुंबई में हमले के दौरान देश के गृहमंत्री ने सॉरी कहकर माफी मांगी थी। अब साॅरी नहीं कहना पड़ता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर आलोचना का दौर जवाहरलाल नेहरु के समय से चल रहा है। दुनिया में आर्थिक मंदी का प्रभाव देश में भी दिख रहा है। लेकिन सरकार ने मंदी को रोकने के लिए उपाययोजनाएं की है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस क्षेत्रीय नेताओं को खत्म कर रही है। लिहाजा वह सक्षम विपक्ष भी नहीं बन पा रही है। पत्रकार वार्ता में गिरीश व्यास, अनिल सोले, राज्यसभा सदस्य विनोद सोनकर, पूर्व सदस्य अजय संचेती, प्रवीण दटके, सुधाकर कोहले, संजय भेंडे, चंदन गोस्वामी उपस्थित थे।
टापटेन शहरों में नागपुर शामिल,मुख्यमंत्री बोले कांग्रेस बताएं 15 साल में क्या किया
विकास के मामले में नागपुर विश्व के टापटेन शहरों में शामिल हो गया है। मुख्यमंत्री देेवेंद्र फडणवीस ने जानकारी देते हुए कांग्रेस पर सवाल दागा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस यह बताएं कि 15 साल में क्या किया गया। कितना विकास हुआ। भाजपा शिवसेना सरकार के 5 साल के कार्य पहले की सरकार के 15 साल के कार्योें से दोगुना नहीं है यह साबित कर दें तो वे भाजपा उम्मीदवारों के लिए वोट मांगने नहीं आएंगे। बुधवार को दक्षिण पश्चिम नागपुर के प्रतापनगर में चुनाव सभा में मुख्यमंत्री बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड नेशन ने रिपोर्ट में माना है कि विश्व में तेजी से विकास कर रहे टापटेन शहरों में नागपुर शामिल है। दक्षिण पश्चिम क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार श्री फडणवीस ने कहा कि सबसे पहले आपके आशीर्वाद में मुख्यमंत्री बन पाया। सभी मतदाताओं का आभार मानता हूं। काम की व्यस्तता के कारण क्षेत्र में अधिक समय नहीं दे पा रहा हूं। लेकिन यह मानता हूं कि मंच पर व मंच के सामने बैठे सभी लोग देवेंद्र है। लिहाजा मुझे फिर से प्रचार करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने िरकार्ड मतों के अंतर से चुनाव जिताने का आव्हान किया।
कांग्रेस ने देश को लूटा, भाजपा ने किया विकास
उधर भाजपा के लोकसभा सदस्य व अभिनेता रविकिशन ने बुधवार को शहर व जिले में भाजपा उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार किया। मनोरंजक अंदाज में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के लिए मतदान का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल देश को लूटने का काम किया है। भाजपा ने 5 साल में ही देश को विकास के शिखर पर पहुंचा दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व व राज्य में भाजपा सरकार के कार्यों की भी सराहना की। रविकिशन ने कहा कि कांग्रेस निराशा के दौर से गुजर रही है। निराश मन से कभी कोई अच्छे काम नहीं हो सकते हैं। देश को ऊर्जा व उम्मीद देने का जो ऐतिहासिक काम अब हो रहा है वह पहले नहीं हुआ। देश की राजनीति ने नई करवट ली है। मतदाता काफी जागरूक हुए हैं।