टूटा-फूटा अधूरा निर्माणकार्य ग्राम पंचायत पर थोपने की तैयारी

वर्धा टूटा-फूटा अधूरा निर्माणकार्य ग्राम पंचायत पर थोपने की तैयारी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-08 14:18 GMT
टूटा-फूटा अधूरा निर्माणकार्य ग्राम पंचायत पर थोपने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, वर्धा। सेवाग्राम, पवनार विकास प्रारूप अंतर्गत पवनार के नंदीखेड परिसर व आश्रम परिसर के विकास कामों के लिए 36 करोड़ का निधि मंजूर किया गया था। इस के अंतर्गत नंदीखेड परिसर के विकास के लिए प्रत्यक्ष में 18 करोड़ 10 लाख 12 हजार रुपए निधि खर्च की गई। इस में से अनेक काम देखरेख के अभाव के कारण खस्ताहाल टूट-फटू गए हैं। एेसे काम ग्रामपंचायत को हस्तांतरित करने की प्रशासन की ओर से जल्दबाजी की जा रही है। पवनार विकास प्रारूप में धाम नदी के तट का विकास, नूतनीकरण व सुशोभिकरण करना, नदी तट की साफसफाई करना व पर्यटकों के लिए सुविधा निर्माण करना इन बातों का समावेश था। लोनिवि की ओर से दिए गए प्रारूप के अनुसार यह काम पूर्ण होने का दिखाई देता है। साथ ही 12 नवंबर 2020 को संबंधित ठेकेदार को काम के बिल भी अदा किए गए। धाम नदी के उत्तर भाग के आश्रम के बाजू का नूतनीकरण व सौंदर्यीकरण करने के लिए दूसरे चरण में 5 करोड़ 3 लाख 64 हजार रुपए का निधि मंजूर होकर इन कामों की निविदा को मंजूरी मिली है। जल्द ही इन कामों को शुरू करने की जानकारी का लोनिवि द्वारा दी जा रही है।

इस विकास प्रारूप में पवनार ग्रामपंचायत भवन व गांव के अंतर्गिक विकास कामों का समावेश किया गया था। इस के लिए 1 करोड़ का निधि मंजूर किया गया था। परंतु कोरोना के कारण इन कामों की 24 जुलाई 2020 को निविदा प्रक्रिया रोकी जाए, इस के लिए लोनिवि को लिखित सूचना दी गई। इस के बाद इन कामों को अब तक नए से मंजूरी नहीं मिली है।

इन विकास कामों का निरीक्षण करने के लिए जिला नियोजन अधिकारी कलमकर, उपविभागीय अभियंता माथूरकर, जिला नियोजन उपअधिकारी लोखंडे, लोनिवि के अभियंता शिंगाडे, सरपंच शालिनी आदमने, ग्रापं सदस्य राजू बावणे, राम मगर, मोरेश्वर हुलके ने प्रत्यक्ष भेंट देकर समस्याओं को समझने का प्रयास किया। ग्रामपंचायत ने हुए काम अपने कब्जे में लेने के लिए पहल करने का आवाहन भी संबंधित अधिकारियों ने किया। परंतु प्रत्यक्ष में पर्यटन स्थल का निरीक्षण करने पर सर्वत्र खराब व टूटफूट हुआ दिखाई दिया। इस पर्यटन स्थल पर अब तक पथदीप, फव्वारे नहीं लगाए गए हैं। साथ ही ओपन थिएटर में किए गए पीओपी के कामों में भी दरारे निर्माण होने का दिखाई दिया। साथ ही लगाए गए टाइल्स भी जगह जगह क्षतिग्रस्त हैं,  बागिचे को भी गत अनेक दिनो से पानी नहीं देने से यहां के पौधें सूख रहे हैं।

फिलहाल के स्थिति में यहा सुरक्षा रक्षक नहीं रहने से लगाया गया तार का कम्पाऊंड भी क्षतिग्रस्त है। पानी देने वाले मोटर को बिजली आपूर्ति नहीं दिए जाने से वह बंद है। इस के बावजूद पर्यटन स्थल ग्रामपंचायत को हस्तांतरित करने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रशासन से गारंटी  मिलना आवश्यक
ग्रामपंचायत ने सुझाए काम करवाने के लिए विभाग तैयार है। परंतु पहले प्रशासन से गारंटी मिलना आवश्यक है। कारण यहां देखभाल करने के लिए कोई भी नहीं रहने से अनेक सामग्री की चोरी होकर अनेक वस्तुओं की तोड़फोड़ हो रही है।
-अभय शिंगाडे, अभियंता, सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग, वर्धा.
 

काम पूरा होने के बाद ही  लिया जाएगा कब्जा
काम के स्थान पर बिजली कनेक्शन, बागिचे के स्ट्रीट लाइट की लगाने, बागिचे के लिए पानी देने की व्यवस्था, टूटेवॉल कम्पाऊंड की दुरुस्ती, हाईमास्ट लाइट दुरुस्ती, कल्याणी कुंड के लिकेज की मरम्मत किए बिना यह स्थल ग्रामपंचायत को हस्तांतरित करवाने की तैयारी प्रशासन कर रही है। मात्र यह काम पूर्ण हुए बिना ग्रामपंचायत द्वारा अपने कब्जे में नहीं लिया जाएगा। काम पूर्ण होने के बाद ही हस्तांतरण होगा।
- शालिनी आदमने, सरपंच, पवनार.

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