नई प्रभाग रचना से बिगड़ेंगे दिग्गजों के राजनीतिक समीकरण

वर्धा नई प्रभाग रचना से बिगड़ेंगे दिग्गजों के राजनीतिक समीकरण

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-07 13:24 GMT
नई प्रभाग रचना से बिगड़ेंगे दिग्गजों के राजनीतिक समीकरण

डिजिटल डेस्क, वर्धा। जिले की नगरपंचायतों के चुनाव हो गये हैं। अब नगरपालिका व जिला परिषद, पंचायत समिति चुनाव का इच्छुक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच राज्य चुनाव आयोग के अवर सचिव अ. गो. जाधव ने जिला परिषद व पंचायत समिति के क्षेत्र की प्रभाग की रचना करने के निर्देश जारी किये हैं। जि.प. व पं.स. के प्रभागों की रचना तैयार करने की प्रक्रिया 14 फरवरी से  आरंभ की जाएगी। इसके कारण जि.प. व पं.स. चुनाव लड़ने के इच्छुकों में उत्साह निर्माण हो गया हैं।  वही जि. प. क्षेत्र के प्रभागों की रचना में बदलाव होने के कारण कई दिग्गजों के राजकीय समीकरण बिगड़ने की संभावना है।

राज्य चुनाव आयोग व्दारा जारी पत्र के अनुसार संबंधित जिले  के उपजिलाधिकारी व तहसीलदार को क्षेत्र की प्रभाग रचना का प्रारूप तयार करने के लिए चुनाव आयोग कार्यालय में सोमवार 14 फरवरी की सुबह 10.30 बजे उपस्थित रहने के आदेश दिए गये  हैं। इसके साथ ही प्रपत्र 1 से 7 तक की जानकारी हार्ड व सॉफ्ट कॉपी के साथ  लाना आवश्यक हैं। इसके साथ ही नक्शेे व अन्य कागजात भी साथ में लाना आवश्यक  हैं।

उल्लेखनीय है कि जिले 52 जिला परिषद व 104 पंचायत समिति सदस्यों हेतु फरवरी 2017 में चुनाव हुए थे। उनका कार्यकाल इस वर्ष फरवरी महीने में समाप्त हो रहा है। इसके कारण राज्य  चुनाव आयोग ने चुनाव लेने के लिए हलचल तेज कर दी हैं। महाविकास आघाड़ी सरकार ने  जिला परिषद सदस्यों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके कारण हर तहसील में प्रभागों की संख्या बढ़नेवाली है। लेकिन किस तहसील में कितने प्रभागों की बढ़ोतरी होगी। यह बताना मुश्किल हैं। लिहाजा इसमें राजकीय हस्तक्षेप बढ़ने और इससे संभ्रम निर्माण होने की संभावना जतायी जा रही है। 

इस हस्तक्षेप के कारण वर्तमान सदस्यों की धड़कनें बढ़ गयी है। महाविकास आघाड़ी की प्रभाग रचना के आधार पर ही कई सदस्यों के आगे के राजकीय समीकरण निर्भर होंगे। दो महीने पूर्व हुई मंत्रिमंडल की बैठक  में जिला परिषद के प्रभागों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया हैं। हर तहसील में जिला परिषद के गट बढ़ने की संभावना हैं। लेकिन किस तहसील में कितने प्रभाग बढ़ायेंगे। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ हैं। कांग्रेस, राष्ट्रवादी काँग्रेस व शिवसेना इस महाविकास आघाड़ी के घटक दल को सम प्रमाण में प्रभाग मिले सके। इसके अनुसार प्रभाग बनाये जाने की संभावना हैं। किस प्रभाग में कौन से गांव जायेंगे। वर्तमान सदस्यों के गांव नई प्रभाग रचना में रहेंगे या नहीं? इस संबंध में स्पष्टता नहीं हैं। राजकीय हस्तक्षेप के कारण अपने प्रभाग के गांव दुसरे प्रभाग में जाने की संभावना है। इसके कारण वर्तमान सदस्यों में भय का वातावरण हैं। साथ ही ओबीसी प्रवर्ग की सीटों की  अंतिम रिपोर्ट आने के बाद मार्च महीने में जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव होने की संभावना हैं।

मार्च महीने में चुनाव होने की संभावना

जिला परिषद के राजनीतिक गलियारों में चुनाव आगे धकेले जायेंगे? जिला परिषद में प्रशासक की नियुक्ति की जाएगी।   इस बात पर चर्चा चल रही है। या मार्च में जिला परिषद के चुनाव घोषित किए जाएंगे, इस बात पर चर्चा की जा रही हैं। लेकिन सत्ताधारी दल के कई पदाधिकारियों ने चुनाव की घोषणा की संभावना को देखते हुए चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है।

कहीं खुशी कहीं गम

जिला परिषद में भाजपा की बहुमत के साथ सत्ता है। भाजपा विधायक दादाराव केचे गुट की सरिता  गाखरे अध्यक्षपद पर हैं। वही भाजपा की वैशाली येरावार उपाध्यक्ष हैं। भविष्य में जि. प. क्षेत्र की रचना में बदलाव होने पर कुछ उम्मीदवारों को खुशी तो कुछ निराश हो सकते हैं।

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