PM पद पर शरद पवार का यूटर्न, कहा- राहुल को नहीं किया नजरअंदाज, मतदान के बाद सूखा ग्रस्त इलाकों के दौरे पर निकले
PM पद पर शरद पवार का यूटर्न, कहा- राहुल को नहीं किया नजरअंदाज, मतदान के बाद सूखा ग्रस्त इलाकों के दौरे पर निकले
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रधानमंत्री पद को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस की तरफ से असहजता जाहिर करने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस अध्यक्ष शरद पवार ने सफाई दी है। सोमवार को दक्षिण मुंबई के पेडर रोड में मतदान के बाद पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नजरअंदाज करने का सवाल नहीं है। पवार ने कहा कि मुझसे सवाल पूछा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा और किन-किन लोगों का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए ले सकते हैं। विपक्ष के पास प्रधानमंत्री पद के लिए नेता नहीं है। इसके जवाब में मैंने कहा था कि हमारे पास प्रधानमंत्री पद के लिए नेताओं की कमी नहीं हैं। मैंने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पश्चिम बंगाल की मुख्यममंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्येमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उत्त र प्रदेश की पूर्व मुख्यममंत्री मायावती का नाम लिया। पवार ने कहा कि मुझे माफ करिए लेकिन जिन्होंने मेरे बयान को छापा है, उनमें अपरिपक्वता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई टीआरपी के लिए मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया होगा तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। इससे पहले पवार ने एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा था कि लोकसभा चुनाव में एनडीए को स्पचष्टक बहुमत नहीं मिलता है तो ममता, चंद्रबाबू और मायावती प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदार होंगे। पवार ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल कई मौकों पर कह चुके हैं कि वे प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में शामिल नहीं हैं। पवार के इस बयान पर कांग्रेस असहज हो गए थी। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा था कि राहुल ही प्रधानमंत्री बनेंगे।
मतदान के बाद सूखा ग्रस्त इलाकों के दौरे पर निकले पवार
महाराष्ट्र में मतदान समाप्त होने के बाद अब नेतागण अब राज्य के सूखाग्रस्त इलाकों की तरफ नजरे इनायत करेंगे। सोमवार को मुंबई में मतदान के बाद राकांपा अध्यक्ष शरद पवार सूखा ग्रस्त जिलों के दौरे पर रवाना हो गए। लोकसभा चुनाव के दौरान राज्यभर में 80 जनसभाएं करने वाले पवार सूखाग्रस्त इलाकों के दौरे के बहाने सरकार पर हमले बोलेंगे। इसके पहले पवार ने कहा था कि चुनाव के चक्कर में राज्य सरकार सूखा पीड़ितों पर ध्यान नहीं दे रही है। मतदान के बाद पवार ने कहा कि किसान रहेता तो देश रहेगा। पवार सोलापुर व उस्मानाबाद जिले के सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
जलाशयों में सिर्फ 19.63 फीसदी पानी
इस बीच राज्य के जलाशयों में जल स्तर तेजी से घट रहा है। बीते 27 अप्रैल तक राज्य के सभी छोटे-बड़े जलाशयों में 19.63 फीसदी पानी था। जबकि गत वर्ष इस समय 32.6 प्रतिशत पानी शेष था। राज्य के बड़े जलाशयों में सिर्फ 17.69 फीसदी पानी बचा है जबकि पिछले वर्ष इस वक्त 33.46 प्रतिशत पानी था। इसी तरह मध्यम जलाशयों में भी 28.92 प्रतिशत पानी शेष है। पिछले वर्ष इस दौरान मध्यम जलाशयों में 33.13 प्रतिशत पानी था। सबसे ज्यादा खराब हालात औरंगाबादमें हैं। यहां के बड़े जलाशयों में सिर्फ 2.73 प्रतिशत पानी बचा है जबकि पिछले साल इस समय वहां 32.54 फीसदी पानी था।
जलाशय (बडे) उपलब्ध पानी गत वर्ष की उपलब्धता
अमरावती 19.28 % 19.13
औरंगाबाद 2.73 32.54
कोकण 36.58 48.78
नागपुर 08.67 16.82
नाशिक 16.2 35.89
पुणे 22.0 37.52