गडकरी को महज एक विधानसभा क्षेत्र में पछाड़ सके पटोले, नागपुर में कार्यकर्ताओं के लिए खास संगीतमय पार्टी

गडकरी को महज एक विधानसभा क्षेत्र में पछाड़ सके पटोले, नागपुर में कार्यकर्ताओं के लिए खास संगीतमय पार्टी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-26 13:55 GMT
गडकरी को महज एक विधानसभा क्षेत्र में पछाड़ सके पटोले, नागपुर में कार्यकर्ताओं के लिए खास संगीतमय पार्टी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट की छह विधानसभा क्षेत्रों में से पांच विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार नितीन गडकरी को सबसे अधिक वोट मिले हैं। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले को महज एक विधानसभा क्षेत्र में बढ़त मिल सकी। नागपुर सीट की सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के विधायक हैं। चुनाव आयोग की ओर से जारी परिणाम के अनुसार भाजपा विधायक व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नागपुर दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में गडकरी को 1 लाख 20 हजार 185 वोट मिले जबकि पटोले 65 हजार 69 वोट हासिल कर पाए। भाजपा विधायक सुधाकर कोहले के नागपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में गडकरी को 1 लाख 14 हजार 945 मत मिले जबकि पटोले को 71 हजार 421 वोट हासिल किए। भाजपा विधायक कृष्णा खोपडे के नागपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में गडकरी ने 1 लाख 35 हजार 451 वोट हासिल किए जबकि पटोले को 60 हजार 71 वोट मिल सका। भाजपा विधायक विकास कुंभारे के नागपुर- मध्य विधानसभा क्षेत्र में गडकरी को 96 हजार 346 और पटोले को 73 हजार 849 वोट मिले। भाजपा विधायक सुधाकर देशमुख के नागपुर दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में गडकरी को 1 लाख 2 हजार 916 वोट मिले जबकि पटोले को 75 हजार 664 लोगों ने मतदान किया। भाजपा विधायक मिलिंद माने के नागपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में गडकरी को 87 हजार 781 वोट मिले जबकि पटोले ने 96 हजार 691 वोट हासिल किए। पटोले को केवल नागपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में गडकरी से अधिक वोट मिले हैं। चुनाव में गडकरी को 2597 और पटोले को 1447 पोस्टल वोट मिल हैं। लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट पर गडकरी को कुल 6 लाख 60 हजार 221 वोट मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार पटोले ने कुल 4 लाख 44 हजार 212 वोट हासिल किए हैं। गडकरी ने 2 लाख 16 हजार 9 वोट से जीत हासिल की है। 

नागपुर सीट पर विधानसभावार उम्मीदवारों को मिले वोट  

विधानसभा सीट              नितीन गडकरी          नाना पटोले 

नागपुर दक्षिण पश्चिम       120185                   65069
नागपुर दक्षिण                  114945                   71421  
नागपुर- पूर्व                     135451                   60071  
नागपुर- मध्य                   96346                    73849
नागपुर पश्चिम                 102916                  75664       
नागपुर- उत्तर                  87781                    96691
पोस्टल मतदान                  2597                    1447
कुल                              660221                    444212

गडकरी की मेजबानी में दी जाएगी कार्यकर्ताओं को संगीतमय भोजन पार्टी

उधर नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की मेजबानी पर भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए संगीतमय भोजन पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। इस बीच गडकरी का जन्मदिन भी मनाया जाएगा। 1 जून को होनेवाली पार्टी में गडकरी के अन्य प्रमुख पदाधिकारी कार्यकर्ताओं का आभार मानेंगे। कार्यकर्ताओं के मनोरंजन के लिए पार्श्वगायक नितीन मुकेश गीत पेश करेंगे। सुरेश भट सभागृह में संगीत कार्यक्रम होगा। भोजन का आयोजन रेशमबाग मैदान में किया जा रहा है। शहर के अलावा जिला ग्रामीण के भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा विविध संगठनों के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। शाम 5 बजे से लेकर रात 11 से 12 बजे तक गडकरी कार्यकर्ताओं के बीच रहेंगे। 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का गठन होगा। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री की शपथविधि के साथ ही कुछ मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। उन मंत्रियों में गडकरी का भी समावेश हो सकता है। लिहाजा 1 जून को आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले गडकरी का सत्कार शहर भाजपा की ओर से किया जाएगा। बाद में भोजन कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम के लिए बाकायदा सभी कार्यकर्ताओं को निमंत्रण पत्रिका भेजी जा रही है। मंडल व प्रभाग स्तर के कार्यकर्ताओं के अलावा बूथ व पेज प्रमुख स्तर के पदाधिकारियों को विशेष तौर से आमंत्रित किया जा रहा है। आभार कार्यक्रम के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारी भी होगी।

कांग्रेस में फेरबदल का मामला टला

चुनाव में पराजय का असर प्रदेश कांग्रेस के संगठनात्मक मामले पर भी पड़ा है। प्रदेश अध्यक्ष व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए नए सिरे से चयन के मामले को लेकर फिलहाल कोई चर्चा नहीं हैं। गौरतलब है कि फेरबदल को लेकर कांग्रेस में लंबे समय से चर्चा चल रही है। 20 मई  को यह चर्चा और अधिक तेज हुई। मुंबई में पार्टी नेताओं व विधायकों की बैठक हुई। प्रदेश प्रभारी मलिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि जल्द ही संगठन में जिम्मेदारियों का विकेंद्रीकरण होगा, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण समेत अन्य प्रमुख नेताओं के लोकसभा चुनाव में पराजित हो जाने से फिलहाल इस मामले पर चर्चा तक नहीं हो रही है। उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद से पार्टी अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप चुके राधाकृष्ण विखे पाटील का कांग्रेस छोड़ना तय माना जा रहा है। विखे पाटील के पुत्र ने भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता है।

वडेट्टीवार की थी चर्चा

विखे पाटील के स्थान पर उप नेता विजय वडेट्टीवार को नेता प्रतिपक्ष बनाने की चर्चा चल रही थी। लोकसभा चुनाव में राज्य में केवल चंद्रपुर में कांग्रेस उम्मीदवार जीते हैं। वडेट्टीवार चंद्रपुर जिले के ही हैं। स्थानीय राजनीति में प्रभाव रखते हैं। कांग्रेस उम्मीदवार बालू धानोरकर की जीत में वडेट्टीवार का भी बड़ा योगदान माना जा रहा है। कांग्रेस की राज्य स्तर पर सूखा क्षेत्र दौरा यात्रा में विदर्भ की जिम्मेदारी वडेट्टीवार को ही मिली है। 

निराशा है, लेकिन खुद को तैयार करेंगे

चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस में इस तरह सन्नाटा व निराशा है कि कोई भी इस मामले पर बोलने तक को तैयार नहीं हैं। अक्टूबर में विधानसभा के लिए चुनाव होंगे। चुनाव के लिए सितंबर से आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में चुनाव तैयारी के लिए 2 से 3 माह ही बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस में संगठनात्मक कार्य को गति देने की रणनीति पर भी काम करना होगा। पार्टी के एक प्रमुख पदाधिकारी ने कहा है कि परिणाम को लेकर निराशा स्वाभाविक है, लेकिन विधानसभा चुनाव की तैयारी जल्द ही कर ली जाएगी।

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