एक ने संसद में दिया भाषण तो दूसरी कराते में जौहर दिखाकर लौटी
बेटियों ने जिले को किया गौरवान्वित एक ने संसद में दिया भाषण तो दूसरी कराते में जौहर दिखाकर लौटी
डिजिटल डेस्क,शहडोल। जिले के लिए रविवार का दिन खास रहा, क्योंकि दो बेटियों ने जिले को गौरान्वित किया। संसद के सेंट्रल हाल में शहडोल की अनंता श्रीवास्तव ने 25 दिसंबर को भाषण देकर इतिहास बनाया। वहीं कराते में जौहर दिखाकर दूसरी बेटी आरती तिवारी विदेश से अपने वतन लौटीं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेई की गौरव गाथा का अनंदा द्वारा बेहतर ढंग से प्रस्तुतिकरण को देश भर में लाइव देखा गया, तो आरती का स्वागत करने विधायक जय सिंह मरावी स्वयं पहुंचे।
सबसे पहले अनंता का संबोधन
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में देश भर से बुलाए गए 25 युवाओं में से जिस आठ युवाओं को बोलने का मौका दिया गया उनमें अनंता श्रीवास्तव पिता अनुराग माता ज्योति को सबसे पहले मंच पर आमंत्रित किया गया। अनंता को तीन मिनट बोलने का मौका मिला। अल्पसमय में भी अपनी वक्तत्व्य कला की सुंदर छाप छोड़ी। यह पहला अवसर था कि जब शहडोल से किसी बेटी ने दिल्ली के संसद भवन के सेंट्रल हाल में भाषण दिया। भाषण की शुरूआत अनंता ने जय महाकाल के उद्घोष से की। इसके बाद अपना परिचय देते हुए मां नर्मदा की पावन भूमि शहडोल को नमन करते हुए धारा प्रवाह अपना वक्तव्य दिया।
देश के लिए खेल कर लौटी आरती का स्वागत
कराते की नेशनल चैम्पियन आरती तिवारी पिता सतेंद्रनाथ माता ललिया तिवारी रविवार को शहडोल लौटीं। आरती के स्वागत के लिए रेलवे स्टेशन पर क्षेत्रीय विधायक जय सिंह मरावी सहित कराते खिलाड़ी और प्रशिक्षकों की उपस्थिति रही। मार्शल आर्ट के मुख्य प्रशिक्षक रामकिशोर चौरसिया ने बताया कि 16 से 21 दिसम्बर तक ताशकंद उज्बेकिस्तान में एशियन कराते प्रतियोगिता में आरती ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सऊदी अरब और ईरान को हराया।