एनॉकॉन लैबोरेटरी की मान्यता रद्द, रिपोर्ट और मानकों को लेकर आपत्ति
एनॉकॉन लैबोरेटरी की मान्यता रद्द, रिपोर्ट और मानकों को लेकर आपत्ति
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर, फूड पार्क, एमआईडीसी स्थित मे. एनॉकॉन लैबोरेटरी की केंद्र सरकार के राष्ट्रीय परीक्षण व अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग ने मान्यता निलंबित कर दी है। इससे पहले विभागीय कृषि संचालनालय, नागपुर विभाग ने लैबोरेटरी की रिपोर्ट और उनके मानको को लेकर आपत्ति जताई थी। इस विभाग की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने 14 फरवरी 2020 को लैबोरेटरी की मान्यता निलंबित करने का निर्णय लिया है। हाल में विधानपरिषद में वैनगंगा नदी के प्रदूषण मामले को लेकर उठे सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने उक्त जानकारी दी।
जांच रिपोर्ट गलत
राज्य सरकार ने अपने लिखित निवेदन में बताया कि मे. एनॉकॉन लैबोरेटरी नागपुर के विरोध में अनियमितता बाबत और गलत जांच रिपोर्ट पेश करने के मामले में राष्ट्रीय परीक्षण व अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार ने लैबोरेटरी की मान्यता निलंबित की है। 2019 में विभागीय कृषि सहसंचालन नागपुर विभाग, नागपुर और 2018 में परभणी जिलाधिकारी कार्यालय ने भी लैबोरेटरी को लेकर आपत्ति जताई थी।
त्रुटियां दूर करने को कहा था
विभागीय कृषि सहसंचालन, नागपुर विभाग ने 7 फरवरी 2019 की अपनी रिपोर्ट में कहा कि प्रयोगशाला की तकनीकी जांच, जिला स्तरीय समिति ने 6 जून 2018 को की है। जिला स्तरीय तकनीकी समिति को जांच के समय कई त्रुटियों को दूर करने कहा था। इस अनुसार, प्रयोगशाला की दोबारा जांच की गई। दोबारा की गई जांच में और त्रुटियां सामने आईं थीं।
तब लिया फैसला
रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रयोगशाला में सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल होते नहीं दिखा है। शासकीय मृत जांच प्रयोगशाला और एनॉकॉन प्रयोगशाला के मृद नमूने जांचकर तैयार की गई स्वास्थ्य पत्रिका का तुलनात्मक अध्ययन किया, जिसमें अनेक विसंगतियां दिखाई दी। रिपोर्ट में उजागर अनेक खामियों की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने एनॉकॉन प्रयोगशाला की मान्यता निलंबित करने का निर्णय लिया है।