अब कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं फडणवीस, बोले- विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाने वाले दें सबूत
अब कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं फडणवीस, बोले- विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाने वाले दें सबूत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। आखिरकार शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फिलहाल फडणवीस को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रुप में कार्य करने के लिए कहा है। राजभवन पहुंच कर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौपने के बाद फडणवीस ने कहा कि राज्य की जनता ने हमारे गठबंधन को पुर्ण बहुमत दिया है। इसलिए हमें अभी भी शिवसेना के साथ सरकार बनाने की उम्मीद है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में ही अगली सरकार बनेगी। फडणवीस ने दूसरे दलों के विधायकों को तोड़ने के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि हम किसी दल के विधायकों को तोड़ने और खरीद फरोख्त कर सरकार नहीं बनाएंगे। कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग न्यूज चैनल पर नजर आने के लिए आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा विपक्ष के विधायकों को तोड़ रही है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे विधायकों के तोड़ने को लेकर सबूत पेश करें या फिर अपने बयान को लेकर माफी मांगे।
उद्धव ने नहीं उठाया फोन
इस्तीफे के बाद सरकारी अतिथि गृह सहयाद्री में संवाददाता सम्मेलन में फडणवीस ने शिवसेना की भूमिका पर नाराजगी जताते हुए कहा कि मैंने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात करने की कोशिश की पर उन्होंने मेरा फोन नहीं रिसीव किया। फडणवीस ने कहा कि 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम आने के बाद उद्धव जी ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार बनाने के लिए हमारे पास सभी विकल्प खुले हुए हैं, हम किसी के भी साथ जा सकते हैं। उनके इस बयान से हमें झटका लगा क्योंकि लोगों ने हमारे गठबंधन को वोट दिया था। हमने मिलकर चुनाव लड़ा था। शिवसेना पक्ष प्रमुख के इस रुख से हमें दुख हुआ।
ढाई साल के लिए सीएम पद पर नहीं हुआ था फैसला
फडणवीस ने कहा कि मैं फिर साफ करना चाहता हूं कि मेरे सामने कभी ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ था। मैंने इस बारे में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी पूछा तो उन्होंने बताया कि शिवसेना की तरफ से इस तरह का प्रस्ताव आया था लेकिन हम इसके लिए तैयार नहीं हुए थे।
हमें छोड़ कर राकांपा-कांग्रेस से बात कर रही शिवसेना
फडणवीस ने कहा कि हमने शिवसेना से चर्चा के दरवाजे कभी बंद नहीं किए। पर शिवसेना हमें छोड़ कर कांग्रेस-राकांपा से बातचीत करने में व्यस्त है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार बनाने को लेकर बातचीत बंद होने के लिए शत प्रतिशत शिवसेना जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 से 12 दिनों से शिवसेना की ओर से जिस तरह कि बयानबाजी शुरू है। इससे हम आहत हैं। ऐसी स्थिति में हमें नहीं लगता है कि शिवसेना अब भाजपा के साथ रिश्ता रखना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव में महायुति के रूप में जनादेश मिला है। लेकिन शिवसेना से शर्तों के साथ चर्चा होगी। शिवसेना अपने मुखपत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करना बंद करेगी तभी चर्चा होगी। अगर शिवसेना को युति में रहना तो पार्टी को बयानबाजी बंद करनी चाहिए।
बनेगी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार मजबूती से बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच सालों में प्रमाणिकता और इमानदारी से सरकार चलाने का प्रयास किया। पिछले पांच सालों से हमारे साथ रही शिवसेना का भी आभार व्यक्त करता हूं।
नीतिगत फैसला नहीं ल सकेंगे फडणवीस
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद राज्यपाल ने प्रदेश में वैकल्पिक व्यवस्था बनने तक फडणवीस को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप मंक काम करने का निर्देश दिया है। इस दौरान फडणवीस प्रदेश में कोई नीतिगत फैसला और नए काम का शुभारंभ नहीं कर सकते हैं। फडणवीस केवल रोजमर्रा का काम कर सकेंगे। फडणवीस ने कहा कि राज्यपाल के निर्देश के अनुसार मैं कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने अथवा नई वैकल्पिक व्यवस्था बनने तक पद पर बना रहूंगा। इसके पहले फडणवीस अपने सहयोगियों चंद्रकांत पाटील, सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रशेखर बावनकुले, आशिष शेलार, गिरीष महाजनव राम कदम के साथ राजभवन पहुंच कर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौप दिया। राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। गौरतलब है कि शनिवार को तेरहवी विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसके एक दिन पहले फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।