विशाखापट्टनम जासूसी मामले का आरोपी मुंबई से गिरफ्तार, एनआईए ने पकड़ा
विशाखापट्टनम जासूसी मामले का आरोपी मुंबई से गिरफ्तार, एनआईए ने पकड़ा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने विशाखापट्टनम जासूसी मामले में मुख्य आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम मोहम्मद हारून हाजी अब्दुल रहमान लकड़ावाला (49) है। जांच एजेंसी के मुताबिक लकड़ावाला मामले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। यह मामला नवंबर 2019 में सामने आया था जब आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। दिसंबर 2019 में एनआईए ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की थी। इस मामले में नौसैनिकों को हनी ट्रैप में फंसाकर उनसे संवेदनशील जानकारियां हासिल कर पाकिस्तान को भेजी गईं थीं।
इस मामले में 11 नौ सैनिकों समेत 13 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार आरोपियों में पाकिस्तान में जन्मी भारतीय नागरिक शाइस्ता क़ैसर भी है। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि पकड़ा गया लकड़ावाला व्यापार के नाम पर कई बार पाकिस्तान के कराची का दौरा कर चुका है। उसका पाकिस्तान जाने का असली मकसद अकबर उर्फ अली और रिजवान नाम के उन लोगों से मुलाकात करना था जिनके इशारे पर वह काम कर रहा था। इन्ही दोनों के इशारे पर लकड़ावाला पाकिस्तान को जानकारी देने वाले नौसैनिकों के खाते में रुपये ट्रांसफर करता था। आरोपी के घर से तलाशी के दौरान एनआईए ने कई अहम दस्तावेज और उपकरण जब्त किए हैं।
सोशल मीडिया से फंसे थे अधिकारी
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आरोपियों की मदद से नौसेना के जहाजों की तैनाती, आवाजाही और सेना से जुड़े प्रतिष्ठानों से जुड़ी जानकारी हासिल कर रही थी। सोशल मीडिया पर सक्रिय नौसैनिकों को हनी ट्रैप के जरिये फंसाया गया बाद में उन्हें जानकारी देने के लिए पैसे भी दिए गए। इस घटना के बाद नेवी ने नौसैनिकों के स्मार्टफोन और सोशल मीडिया का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिन नौसैनिकों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी पोस्टिंग आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के अलावा कर्नाटक के कारवार और महाराष्ट्र के मुंबई बेस पर थी।