न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी स्वास्थ्य कर्मी के नाॅमिनी को नहीं दे रही क्लेम

बीमित का आरोप: जिम्मेदार कर रहे जालसाजी न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी स्वास्थ्य कर्मी के नाॅमिनी को नहीं दे रही क्लेम

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-27 07:59 GMT
न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी स्वास्थ्य कर्मी के नाॅमिनी को नहीं दे रही क्लेम

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। कोरोना काल के दौरान अस्पताल में मरीजों की मदद में लगे स्वास्थ्य कर्मियों का केन्द्र सरकार द्वारा लाखों का बीमा कराया गया था। जिन स्वास्थ्य कर्मियों कि आम लोगों की सुरक्षा करने के दौरान मौत हो गई उनके परिजनों को बीमा कंपनी क्लेम नहीं दे रही है। बीमित लगातार चक्कर लगा रहे हैं पर बीमा कंपनी के अधिकारी गोलमाल करने में लगे हैं। पीड़ितों का आरोप है अनेक पत्राचार के बाद भी बीमा कंपनियाँ किसी भी तरह का जवाब नहीं दे रही हैं। यहाँ तक की शासन के द्वारा भी क्लेम रिलीज करने का आदेश दिया गया पर अधिकारियों द्वारा उन पत्रों का भी उत्तर नहीं दिया जा रहा। परेशान होकर पीड़ित अब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला उपभोक्ता केन्द्र में आवेदन देने की तैयारी में हैं जिससे उनका भुगतान बीमा कंपनी जल्द करे।

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पत्र को भी बीमा अधिकारी डाल रहे कचरे की टोकरी में

सिवनी ग्राम वीजावाड़ा निवासी बलवंत सिंह अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी थे। अस्पताल में कोरोना के मरीजों की देखभाल करते हुए वे कोराेना से ग्रसित हो गए थे। इलाज के दौरान 28 अप्रैल 2021 को उनकी मौत हो गई। बलवंत की मौत के बाद शासन के द्वारा न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी से कराए गए बीमा का पत्र दिया गया जिसका क्लेम उनकी पत्नी रानी बघेल को मिलना था। पति की मौत के बाद पूरी कागजी कार्रवाई पत्नी के द्वारा की गई और बीमा कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि आपको जल्द की पूरा भुगतान दे दिया जाएगा पर दो वर्ष के बाद भी नाॅमिनी को किसी भी तरह का क्लेम नहीं मिला। यहाँ तक की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वित्त सचिव ने भी न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को एक बार नहीं बल्कि तीन बार पत्र लिखकर बीमा राशि नाॅमिनी को देने के निर्देश दिए उसके बाद भी बीमा कंपनी के अधिकारी व टीपीए के अधिकारी उन पत्रों को कचरे की टोकरी में डाल रहे हैं। कंपनी द्वारा पत्रों का जवाब भी नहीं दिया जा रहा और न ही भुगतान नॉमिनी के एकाउंट में रिलीज किया जा रहा है। रानी बघेल का आरोप है कि उसके साथ बीमा कंपनी के द्वारा गोलमाल करते हुए जालसाजी की जा रही है।
 

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