रेलवे के एसी कोच में सामने आई लापरवाही, दिखा कंबल

रेलवे के एसी कोच में सामने आई लापरवाही, दिखा कंबल

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-20 08:55 GMT
रेलवे के एसी कोच में सामने आई लापरवाही, दिखा कंबल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए रेलवे की ओर से एसी कोच में कंबल न बांटने की विशेष ताकीद की गई है। बावजूद इसके नागपुर रेलवे स्टेशन से गुजरनेवाली ट्रेन नंबर 22403 न्यू दिल्ली एक्सप्रेस में बी-1 कोच में यह लापरवाही देखी गई। दूसरे रेलवे जोन से आ रही इस ट्रेन के उपरोक्त कोच में एक यात्री सिर के नीचे कंबल रखकर आराम से सो रहा था। यह देख कई यात्रियों ने एतराज जताया। कोच में और जगह भी कंबल रखे गए थे।  मालूम हो कि आदेश के अनुसार, एसी बोगियों का तापमान बढ़ा दिया गया है। एसी-2 व 3 कोच से कर्टन भी हटा दिए गए हैं, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है।   

हमने अपने यहां से हटा दिया है
उपरोक्त गाड़ी दक्षिण रेलवे की है। हमारे सभी गाड़ियों से कंबल व परदे हटा दिए गए हैं। 
-एस.जी. राव, सहायक वाणिज्य प्रबंधक, मध्य रेलवे नागपुर मंडल

इधर आपली बस को दिए गए निर्देश - बस में क्षमता से कतई न हों अधिक यात्री
मनपा द्वारा संचालित आपली बस में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने पर पाबंदी लगा दी गई है। परिवहन समिति सभापति नरेंद्र (बाल्या) बोरकर ने निर्देशों का सख्ती से पालन करने का फरमान जारी किया है।  कोरोना का प्रकोप रोकने के लिए एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है। सभापति ने मोर भवन स्थित आपली बसस्थानक का औचक दौरा किया। बस कंडक्टर, ड्रावइरों से मिलकर संवाद साधा। कोरोना से बचाव के लिए प्रतिबंधक उपाय योजना पर अमल कर सावधानी बरतने की सलाह दी। बस में भीड़ नियंत्रित करने के लिए क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने पर लगाई गई पाबंदी का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। कंडक्टर, ड्राइवरों को नियमित मास्क लगाने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर स्वयं के साथ ही दूसरों के स्वास्थ्य की रक्षा करने का आह्वान िकया। इस अवसर पर परिवहन समिति के अधिकारी उपस्थित थे।

यात्रियों की संख्या घटी
आपली बस सेवा की 365 बसें शहर में चलती हैं। प्रतिदिन डेढ़ लाख यात्री सफर करते हैं। टिकट से एक िदन में लगभग 20 लाख रुपए राजस्व मिलता है। कोरोना के संक्रमण से स्कूल, कॉलेजों को छुट्टी, धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक कार्यक्रमों पर पाबंदी, मॉल, होटल, रेस्टारेंट तथा जीवनावश्यक वस्तुओं को छोड़ अन्य व्यापारी प्रतिष्ठानों को बंद रखने के आदेश दिए जाने से शहर में चहल-पहल कम हो गई है। आपली बस में यात्रियों की संख्या पर भी इसका असर हुआ है। यात्रियों की संख्या घटने से प्रतिदिन 4 से 5 लाख रुपए राजस्व कम होने की जानकारी परिवहन समिति सभापति बाल्या बोरकर ने दी।

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