गडकरी ने कहा - सिर आंखों पर जनता का निर्णय, अब चुनावी कड़वाहट भुलाएं, महाराष्ट्र के 6 विधायक बन गए सांसद
गडकरी ने कहा - सिर आंखों पर जनता का निर्णय, अब चुनावी कड़वाहट भुलाएं, महाराष्ट्र के 6 विधायक बन गए सांसद
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गुरुवार को आए चुनावी नतीजों के रूझान को देख जीत के प्रति आश्वस्त नितीन गडकरी ने पत्रकार परिषद में कई विषयों पर खुल कर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए को मिली अभूतपूर्व सफलता को लोगों का विश्वास मान कर मैं आभार व्यक्त करता हूं। लोगों ने हमारे बीते पांच वर्षों के विकासकार्यों को देख एक और मौका दिया है। हम देश को आर्थिक ताकत बनाने और देश के किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करेंगे। गडकरी ने बातों-बातों में जलसंवर्धन और जलमार्ग के क्षेत्र मंे काम करने की इच्छा जताई।
गिरीश बापट (भाजपा)
उन्मेष पाटील (भाजपा)
प्रतापराव पाटील-चिखलीकर (भाजपा)
इम्तियाज जलील (एमआईएम)
हेमंत पाटील (शिवसेना )
सुरेश ऊर्फ बालूभाऊ धानोरकर (कांग्रेस)
लोकसभा चुनाव हारने वाले विधायक
के. सी. पाडवी (कांग्रेस)
कुणाल पाटील (कांग्रेस)
संग्राम जगताप (राष्ट्रवादी कांग्रेस)
भाऊसाहब कांबले (कांग्रेस)
सुभाष झांबड (कांग्रेस)
जे पी गावित (कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, माकर्सवादी)
राणाजगजीत सिंह पाटील (राष्ट्रवादी कांग्रेस)
हर्षवर्धन जाधव (शिवसेना के बागी)
अनिल गोटे (भाजपा के बागी)
वहीं लोकसभा चुनाव में प्रदेश के 15 विधायकों में से आधा दर्जन विधायकों की संसद पहुंचने की इच्छा पूरी हुई है। प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट पुणे सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं। पुणे के कसबापेठ सीट से विधायक बापट को अब विधानसभा सदस्य पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। चालीसगांव के भाजपा विधायक उन्मेष पाटील ने जलगांव सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के उम्मीदवार गुलाबराव पाटील को मात दी है। औरंगाबाद सीट से एमआईएम के विधायक इम्तियाज जलील को जीत मिली है। जलील ने शिवसेना के उम्मीदवार चंद्रकांत खैरे को हराया है। हिंगोली सीट से शिवसेना के हेमंत पाटील को जीत मिली है। पाटील फिलहाल नांदेड़ शहर सीट से विधायक हैं। शिवसेना से विधायक पद का इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सुरेश ऊर्फ बालूभाऊ धानोरकर ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहिर को पराजित कर दिया है।
विधायक पद का इस्तीफा देकर नांदेड़ सीट से चुनाव लड़ने वाले प्रतापराव पाटील-चिखलीकर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण को हराया है। जबकि कांग्रेस विधायक के. सी. पाडवी की नंदूरबार सीट से पराजय हुई है। कांग्रेस के विधायक कुणाल पाटील धुलिया सीट से चुनाव हार गए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक संग्राम जगताप की अहमदनगर सीट से हार हुई है। कांग्रेस विधायक भाऊसाहब कांबले को शिर्डी सीट पर हार नसीब हुई। औरंगाबाद सीट से कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य सुभाष झांबड को भी हार मिली है। दिंडोरी सीट से कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माकर्सवादी) के उम्मीदवार जे पी गावित चुनाव हार गए हैं। गावित नाशिक के कलवण सीट से विधायक है। भाजपा से विधायक पद से इस्तीफा देकर धुलिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अनिल गोटे को भी चुनाव में हार मिली है। उस्मानाबाद सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रत्याशी राणाजगजीत सिंह पाटील भी चुनाव हार गए हैं। पाटील उस्मानाबाद सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक हैं। औरंगाबाद सीट से निर्दलीय चुनाव लड़कर हार का सामना करने वाले हर्षवर्धन जाधव पहले ही विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
सपा के विधायक भी हारे
उत्तर-पश्चिम मुंबई सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सुभाष पासी चुनाव नहीं जीत सके। पासी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के विधायक से सपा के विधायक हैं।
राफेल मुद्दे पर पूछे गए प्रश्न पर गडकरी ने कहा कि चुनाव मंे कई प्रकार के मुद्दे आते हैं, लोकतंत्र मंे जनता का मत सर्वोच्च होता है। जनता जो निर्णय देती है, उसे खुले दिल से स्वीकारना ही लोकतंत्र का तकाजा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का जादू फीका पड़ा है या नहीं, गडकरी ने कहा- लोकतंत्र मंे जनता कभी किसी पार्टी को बहुमत, तो किसी को विपक्ष मंे बैठने का आदेश देती है। पार्टियों को अपनी अपनी भूमिका निभानी चाहिए। चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री काे चोर कहा गया, यह उचित नहीं था, लेकिन अब जनता निर्णय दे चुकी है। चुनावी कड़वाहट भुला कर और साथ मिल कर देश के विकास के लिए काम करने का वक्त है। मतगणना के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले की जिलाधिकारी से हुई गहमा-गहमी पर गडकरी ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
रणनीति ये होगी
अपनी अगले पांच वर्षाें की रणनीति पर गडकरी ने कहा कि इस समय विदर्भ मंे पानी की समस्या है। हम इसे हल करेेंगे। जलशक्ति नामक नया विभाग खोला जाएगा। एक जलस्रोत को दूसरे से जोड़ा जाएगा। महाराष्ट्र में बंद पड़े सिंचाई प्रकल्पों को दोबारा शुरू किया जाएगा। बलीराजा योजना से प्रदेश के सूखाग्रस्त और आत्महत्या ग्रस्त क्षेत्रों को सहायता दी जाएगी। गोसीखुर्द प्रकल्प का काम तेजी से हो रहा है। इससे विदर्भ में पानी की समस्या कम होगी। नागपुर मंे अगले ग्रीष्मकाल में पानी की समस्या नहीं होगी, इसके भी हमने प्रबंध किए हैं। वॉटर ग्रिड देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है। रोड नेटवर्क जैसे वाटर नेटवर्क को भी विकसित करने की जरुरत है। अभी यह विभाग मेरे पास है। इस पर हमारी सरकार ध्यान केंद्रित करेगी। आगे यह मंत्रालय प्रधानमंत्री किसी को भी दें, जल समस्या को दूर करना हमारी प्राथमिकता होगी।