छत्रपति शाहू महाराज के स्मृति शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में दिल्ली में सामाजिक न्याय राष्ट्रीय परिषद
आयोजन छत्रपति शाहू महाराज के स्मृति शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में दिल्ली में सामाजिक न्याय राष्ट्रीय परिषद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सामाजिक न्याय के सिद्धांत को धरातल पर उतारने वाले आरक्षण के जनक राजर्षी छत्रपति शाहू महाराज के विचारों को देश-विदेशों में पहुंचाने के अभियान के तहत राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज स्मृति शताब्दि संयोजन समिति (दिल्ली) की ओर से 27 अप्रैल को यहां कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में सामाजिक न्याय राष्ट्रीय परिषद का आयोजन किया गया है।
समिति के समन्वयक गिरीश फोंडे ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि छत्रपति शाहू महाराज का स्मृति शताब्दी वर्ष चल रहा है, जिसका समापन 6 मई 2023 को होने जा रहा है। महाराष्ट्र की जनता और पुरोगामी आंदोलन चलाने वालों ने यह वर्ष अपने स्तर पर विभिन्न प्रबोधनात्मक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ मनाया। महाराष्ट्र सरकार ने शुरुआत के महीनों में कुछ कार्यक्रम लिए, लेकिन बाद में इसे भूल गई। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश की सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक स्थिति चिंताजनक है। ऐसी स्थिति में शाहू महाराज के विचार और नीतियां आज और भी प्रासंगिक और महत्वपूर्ण बन गई है। लिहाजा उनके विचारों को देशभर में तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के प्रयासों के एक भाग के रूप में इस परिषद का आयोजन किया गया है।
परिषद को आरजेडी के सांसद मनोज झा, डीएमके सांसद विल्सन पी, राकांपा नेता विधायक जितेंद्र आव्हाड, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य डॉ ज्ञानेश्वर मुले, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरीश वानखेड़े, दिल्ली सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री रहे एड राजेन्द्र पाल गौतम, मंडल आयोग के अध्यक्ष बीपी मंडल के पोते प्राध्यापक सूरज मंडल आदि संबोधित करेंगे।